
Today Betul News: बैतूल। गंज थाना क्षेत्र के रामनगर में युवक की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अवैध संबंध के शक में विवाद हुआ। इस विवाद में महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की गला रेत कर हत्या कर दी गई। पुलिस कंट्रोल रूम में शनिवार दोपहर को पत्रकार वार्ता आयोजित की, जिसमें सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी, डीएसपी पल्लवी गौर, गंज थाना प्रभारी एबी मर्सकोले, प्रमुख रूप से उपस्थित थे। एसपी ने हत्या की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि गंज थाना क्षेत्र के रामनगर में 27 दिसंबर की दरम्यानी रात सूचना मिली थी कि एक युवक का गला काटकर हत्या कर दी है।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और निरीक्षण किया। फरियादी संजू बोरवार उम्र (34) ने गंज थाने में शिकायत दर्ज की और बताया कि उसके बड़े भाई दिलीप पिता शंकर बोरवार उम्र (38) वर्ष का अज्ञात ने गला रेतकर हत्या कर दी है। शव मोहल्ले के ही एक खाली प्लाट में पड़ा मिला। पुलिस ने शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धारा 302 भादवी के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच में संदिग्ध मोतीराम उर्फ मोती पिता राजू खड़किया उम्र (27) वर्ष रामनगर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने दिलीप बोरवर की हत्या करने की बात कबूल की है।
अवैध संबंध के शक में हुआ था विवाद
एसपी ने बताया कि हत्या के मामले की जांच की, जिसमें मोतीराम से पूछताछ की तो यह बात सामने आई है कि मृतक दिलीप अपनी पत्नी के आरोपी मोतीराम के साथ अवैध संबंध होने का शक करता था। दिलीप ने अपनी पत्नी को मोतीराम के साथ छत पर एक साथ बातें करते देख लिया था। जब दिलीप घर पहुंचा तो मोतीराम भाग निकला। घटना के दिन दिलीप ने पत्नी के साथ मारपीट की थी। मारपीट की घटना के बाद पत्नी रानू उर्फ दुर्गा ने अपने प्रेमी मोतीराम के साथ मिलकर दिलीप की धार दार चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।

घटना के बाद आरोपी ने चाकू एक नाले के पास फेंक दिया था। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद आरोपी के बताए अनुसार नाले के पास से चाकू बरामद किया है। पुलिस ने हत्या के मामले में आरोपी मोतीरात उर्फ मोती पिता राजू खड़किया उम्र (27) वर्ष और रानू उर्फ दुर्गा पति दिलीप बोरवार उम्र (32) वर्ष निवासी रामनगर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय पेश किया जाएगा।
खुलासे में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
हत्या का खुलासा करने में गंज थाना प्रभारी एबी मर्सकोले, निरीक्षक दीपक पाराशर, निरीक्षक अनुराग प्रकाश, निरीक्षक रत्नाकर हिंगवे, उपनिरीक्षक संदीप परतेती, छत्रपाल धुर्वे, रवि शाक्य, सहायक उपनिरीक्षक मेघराज लोहिया, प्रधान आरक्षक मयूर, संदीप इमना, हितूलाल, नितिन, कमलेश, भारती राजपूत, अमृता, सैनिक अमित, महेन्द्र, नितिन, शुभम, बन्डू दरवाई, सायबर सेल के आरक्षक राजेन्द्र धाड़से, बलराम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।