Sarni New Power Plant : बैतूल। औद्योगिक क्षेत्र सारनी में फिर से रौनक लौटने के आसार दिखाई दे रहे है। दरअसल लंबे समय से यहां 660 मेगावॉट की सुपर क्रिटिकल यूनिट की स्थापना करने के प्रयास किए जा रहे है। इन प्रयासों को अंजाम भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद स्थानीय विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे ने निष्कर्ष पर पहुंचा दिया है। दरअसल मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को यूनिट स्थापित करने हेतु कंसलटेंसी के लिए लगभग 55 करोड़ रूपये की राशि हस्तांतरित कर दी गई है। इससे साफ हो गया है कि शीघ्र ही नई यूनिट के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाने के साथ स्थापना का काम शुरू हो जाएगा। ऐसा होने पर क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलने के आसार है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते चुनाव में सारनी की रौनक वापस लाने के लिए यह 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल यूनिट स्थापित करने की घोषणा की थी। हालांकि 5 वर्षो में इस घोषणा पर अमल नहीं हुआ तो कांग्रेस को मुखर होने का मौका मिल गया। कई मौके पर कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए सोशल मीडिया पर अन्य मंचों पर भी भुनाने में कसर नहीं छोड़ी। भाजपा के लिए यह मुद्दा गले की हड्डी बन गया था, लेकिन क्षेत्रीय और जिले के एकमात्र भाजपा विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे ने बीते चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सुपर क्रिटिकल यूनिट के लिए लगातार पत्राचार किया और भोपाल दौरे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ऊर्जा मंत्री प्रद्युन्न तोमर समेत ऊर्जा सचिव संजय दुबे, सीएमडी मंजीत सिंह से लगातार मुलाकात कर नई यूनिट सारनी में स्थापित करने के अथक प्रयास करते रहे। इसी का नतीजा है कि नई सुपर क्रिटिकल यूनिट सारनी में स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है।
राशि हस्तांतरित होने से इकाई का रास्ता साफ
तीन दिन पहले विधानसभा सत्र के दौरान डॉ पंडाग्रे ने एक बार फिर भोपाल में रहते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र सारनी मुख्यालय में क्रिटिकल यूनिट के लिए दौड़ भाग की तो जनरेटिंग कंपनी ने एनटीपीसी को कंसलटेंसी के लिए 55 करोड़ रूपये हस्तांतरित कर दिए। जानकारी मुताबिक 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल यूनिट को स्थापित करने के लिए एनटीपीसी राशि मिलते ही निविदा निकालेगी। यह काम डेढ़ माह में पूरा हो जाएगा। सितम्बर माह तक नई यूनिट के लिए टेंडर खुल जाएंगे, इसके बाद नई यूनिट के लिए काम शुरू हो जाएगा। यह सारनी क्षेत्र के लिए किसी सौगात से कम नहीं कहा जा सकता। उजड़े सारनी का मुद्दा भी इकाई के खुलने के साथ गायब होने के आसार है।
चुनाव के पहले भाजपा को मिलेगी बड़ी राहत
जिस मुद्दे को कांग्रेस जनता के बीच ले जाने के लिए प्रयास कर रही थी, यह मुद्दा उनके हाथ से जाते दिख रहा है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद विधायक डॉ पंडाग्रे के प्रयास से नई यूनिट की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है, इससे 7 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा फायदा मिलेगा। जानकारों का मानना है कि यूनिट का काम शुरू होते ही क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं को निर्माण में काम मिल जाएगा। यह काम दो वर्ष तक भी चला तो कई गरीब परिवार की रोजी रोटी चलते रहेगी। नई यूनिट के शुरू होने पर सारनी की रौनक भी वापस आने के साथ यहां भी कई लोगों को रोजगार के अवसर मिलने से भाजपा को फायदा होगा।
इनका कहना…
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार पावर जनरेटिंग कंपनी ने एनटीपीसी को 55 करोड़ की राशि तीन दिन पहले हस्तांतरित कर दी है। मई तक टेंडर लगकर काम शुरू हो जाएगा। भाजपा जो कहती है वह करके दिखाती है।
डॉ योगेश पंडाग्रे, विधायक, आमला-सारनी