
Ret Ka karobar : गरीबों को छोड़ हर छोटे-बड़े मुद्दों पर राजनीति करने वाले हमारे जनप्रतिनिधियों द्वारा उन अधिकारियों पर जरा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा जो गरीबों का निवाला छिनने में लगे हैं। दरअसल रेत का मामला न्यायालय में लंबित रहने के कारण इस समय शाहपुर और घोड़ाडोंगरी ब्लाक से बड़े पैमान पर रेत बैतूल आ रही है, लेकिन राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि कहीं से रेत का खनन नहीं हो रहा। इसका एक उदाहरण सोमवार को देखने को मिला जब बरेठा घाट में एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया तो यहां रेत से भरे डंपरों की लाइन लग गई। कुछ दिन पहले अधिकारी दावा कर रहे थे कि कोई भी डंपर नहीं चल रहे, लेकिन सांझवीर टाईम्स के पास दुर्घटना के समय खड़े चार डंपरों के नंबर और वीडियो मौजूद है, जो अधिकारियों के दावों को झूठ साबित करने के लिए काफी कहे जा सकते हैं। घंटों तक डंपर वहीं खड़े रहे, लेकिन न तो पुलिस और न अन्य विभाग के अधिकारियों ने इनके ऊपर कोई कार्रवाई की।

सूत्र बताते हैं कि जिले में बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन चल रहा है। यह काम राजस्व, खनिज और पुलिस के बिना मिलीभगत के संभव नहीं है। इस बात को अधिकारी हमेशा गलत साबित करते आए हैं, लेकिन सोमवार को बरेठा घाट में यह बात गलत साबित हो गई। हुआ यूं कि अधिकारी पोल खोलने के लिए संयोग से एक ट्रक बरेठा घाट की पुलिया पर पलट गया। इसे निकालने के लिए पुलिस सहित अन्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। चौकाने वाली बात यह है कि जिस समय ट्रक को निकालने का काम किया जा रहा था, तब शाहपुर के एसडीओपी, टीआई समेत अन्य अधिकारी भी पूरे समय मौजूद रहे, लेकिन उन्होंने रेत के डंपरों पर कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं उठाई। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेत खनन का काम बिना पुलिस और अन्य विभाग की मिलीभगत के नहीं हो रहा।

सात घंटे से खड़े डंपरों पर किसी की नजर नहीं
सूत्र बताते हैं कि नेशनल हाइवे पर ट्रक के पलटने के बाद जाम के कारण वाहनों की कतार लग गई। इसे सहयोग ही कहे कि जिस स्थान पर बरेठा घाट में ट्रक पलटा, उसी के पास एक के बाद एक रेत के चार डंपर लाइन से खड़े हुए थे। जब जिले में रेत खदान का मामला न्यायालय में लंबित है तो उक्त डंपर रेत कहां से लेकर आ रहे थे, यह जांच का विषय था, लेकिन एसडीओपी और पुलिस विभाग के अलावा अन्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बावजूद किसी ने यह तक नहीं पहुंचा कि डंपर में रेत कहां से आ रही है। कुछ पत्रकारों ने एसडीओपी को इस बात की जानकारी भी दी, लेकिन उन्हें कोई सरोकार नहीं था कि डंपर में रेत कहां की है। उनका कहना था कि पहले जाम खुलवाना प्राथमिकता है। इधर एसडीएम अनिल सोनी टीएल की बैठक में मौजूद रहने के कारण व्यस्त थे।
इन डंपरों से ढोई जा रही अवैध रेत
सूत्र बताते हैं कि शाहपुर और घोड़ाडोंगरी ब्लॉक से पूरे जिले में रेत खनन का काम किया जा रहा है। सांझवीर टाईम्स पहले भी गरीबों को महंगी रेत मिलने के मुद्दें पर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर चुका है, लेकिन बैतूल का प्रशासन गरीबों के मामले में पूरी तरह गूंगा-बहरा हो गया है। सोमवार खुलेआम बरेठा घाट में ट्रक पलटने के बाद जिन चार डंपरों में रेत ढोई जा रही थी, उनके वीडियो सांझवीर टाईम्स के पास मौजूद है। इन डंपरों में क्रमांक एमपी-48 एच- 7252, एमपी-48 एच-7507 आरटीओ के अनुसार किसी जगदीश पवार, एमपी-48 एच-0473 कल्याणी ट्रेडर्स और एमएच-27 बीएक्स-5220 का आरटीओ में कोई रिकार्ड नहीं है। इन डंपरों पर समाचार लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इनका कहना….
मुझे आपके माध्यम से जानकारी मिली है। मैंने खनिज निरीक्षक नागवंशी को मौके पर भेजा है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
अनिल सोनी, एसडीएम शाहपुर
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जानकारी आपके माध्यम से मिली है। हम पहले जाम खुलवा रहे हैं। आप खनिज विभाग को इस बारे में सूचित करें।
शिवनारायाण मुकाती, टीआई शाहपुर