Kubreshwar Dham Sehore(बैतूल)। रुद्राक्ष महोत्सव के लिए बैतूल से 16 फरवरी को अपने परिजनों के साथ सीहोर कुबरेश्वर धाम पहुंची एक महिला भीड़ में गुम हो गई। परिजनों ने दोपहर से रात तक महिला को ढूंढा, लेकिन लाखों लोगों में गुम हुई महिला अपनों को नहीं मिल पाई। ऐसे में परिजन आज 17 फरवरी को सुबह 4 बजे बैतूल वापस लौट गए। आज दोपहर तीन बजे महिला के देवर फिर सीहोर के लिए रवाना हुए। महिला को ढूंढने के लिए परिजन परेशान है। सीहोर से श्रद्धालुओं के बीमार होने की सूचनाएं मिलने से सभी विचलित है। महिला के पास मोबाईल न होने के कारण उनसे सम्पर्क करना भी संभव नहीं हो पा रहा है। आज सीहोर पहुंचने के बाद परिजनों द्वारा सीहोर में पुलिस की मदद ली जाएगी।
रुद्राक्ष वितरण स्थल तक पहुंचे, पर भीड़ देख बनाया वापसी का मन
बैतूल निवासी 55 वर्षीय अंजनी घेाडक़ी अपने देवर कृष्णा घोडक़ी, संगीता घोडक़ी, कंचना, सुरेखा सहित अन्य लोगों के साथ 16 फरवरी को कुबरेश्वर धाम के लिए निजी वाहन से निकले थे। दोपहर करीब 12 बजे सभी कुबरेश्वर धाम पहुंच गए। गाड़ी से उतरने के बाद भीड़ को देख सभी ने वापसी का मन बना लिया था। इसी बीच कुछ ही देर में अंजनी घोडक़ी श्रद्धालुओं की भीड़ में भटक गई। परिजनों ने दोपहर एक बजे से रात करीब 9 बजे तक अंजनी को भीड़ में ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं मिली। ऐसे में अन्य लोग भी कहीं भटक न जाए यह सोचकर बैतूल वापसी का निर्णय लिया गया और 16 फरवरी को रात करीब 10 सभी परिजन वापस लौटे जो सुबह 4 बजे बैतूल लौट गए है।
अंजनी घोडक़ी की बेटी ज्योति ने बताया कि आज तीन बजे उन्हें ढूंढने के लिए चाचा कृष्णा घोडक़ी फिर सीहोर के लिए रवाना हुए है। अंजनी के पास मोबाईल भी नहीं है जिसकी वजह से उनसे सम्पर्क भी नहीं हो पा रहा। अब सीहोर पहुंचने के बाद कृष्णा घोडक़ी द्वारा पुलिस एवं अन्य व्यवस्थापकों से सम्पर्क किया जाएगा। बैतूल पुलिस से भी मदद के लिए परिजन समाचार लिखे जाने तक पुलिस के पास पहुंचे है।