Conscious Subconscious Power : चेतन मन हमारे पूरे Mind का 10% होता है जब हम कोई भी कार्य Concentrate होकर यानि ध्यान देकर करते हैं। तो यह हमारे Conscious Mind से होता है। जैसे जब हम पहली बार कोई कार्य करते हैं तो हमें उस कार्य को करने की आदत नहीं होती और हम उस कार्य को सोच समझ कर और ध्यान देकर करते हैं। उस काम के बारे में जिस Mind से सोचते हैं उसे Conscious Mind कहते हैं। अवचेतन मन के पास ही 90% शक्ति है। इसी के द्वारा हमारे शरीर में श्वास प्रवाह, दिल की धड़कन और बाकी सारी अति आवश्यक कार्य, किसी चीज को याद रख स्टोर करने की क्षमता और भी कई जरूरी कार्य संभव हैं। अवचेतन मन दिन-रात 24 घंटे काम करता है।
चेतन मन पूरे दिमाग का केवल 10% होता है जिनमे –
- इच्छा शक्ति (Will Power)
- याददाश्त (Memory)
- तर्क शक्ति (Logical power)
- गंभीर सोच (Critical Thinking) आदि होतें है
चेतन मन क्या है ? (Conscious Subconscious Power)
चेतन मन – इसे जागृत मन भी मान सकते हैं। चेतन मन में रहकर ही हम दैनिक कार्यों को निपटाते हैं अर्थात खुली आंखों से हम कार्य करते हैं। परंतु कई लोग जागे हुए भी सोए सोए से रहते हैं। मतलब यह कि जब तक आपके मस्तिष्क में कल्पना, विचार, चिंता, भय आदि चल रहे हैं तो आप पूर्ण चेतन नहीं हैं।
अवचेतन मन पूरे दिमाग का केवल 90% होता है जिनमे –
- आदतें (Habits)
- मान्यताएं (Beliefs)
- भावनाएँ (Emotions)
- प्रतिक्रियाओं (Reactions)
- मजबूत मेमोरी (Strong Memory)
- अंतर्ज्ञान (Intuition etc) आदि होतें है।
अवचेतन मन क्या है ? (Conscious Subconscious Power)
अवचेतन मन – जो मन सपने देख रहा है वह अवचेतन मन है। इसे अर्धचेतन मन भी कहते हैं। गहरी सुषुप्ति अवस्था में भी यह मन जागृत रहता है। विज्ञान के अनुसार जागृत मस्तिष्क के परे मस्तिष्क का हिस्सा अवचेतन मन होता है। हमें इसकी जानकारी नहीं होती। बौद्धिकता और अहंकार के चलते हम उक्त मन की सुनी-अनसुनी कर देते हैं। उक्त मन को साधना ही सम्मोहन है।
मन के अनमोल वचन (Conscious Subconscious Power)
- मन के हारे हार है मन के जीते जीत।
- जब मैं स्वयं पर हँसता हूँ तो मेरे मन का बोझ हल्का हो जाता है।
- जैसे जल द्वारा अग्नि को शांत किया जाता है वैसे ही ज्ञान के द्वारा मन को शांत रखना चाहिये।
- मनुष्य की इच्छाओं का पेट आज तक कोई नहीं भर सका है।
- इच्छा ही सब दुःखों का मूल है।
- यह अपना है और यह पराया है ऐसी गणना छोटे दिल वाले लोग करते हैं। उदार हृदय वाले लोगों का तो पृथ्वी ही परिवार है।
- विश्वास हृदय की वह कलम है जो स्वर्गीय वस्तुओं को चित्रित करती है।
- इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है।
- अतीत पर धयान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पर केन्द्रित करो।
- सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाये तो कार्य को सफलतापूर्वक कर सकते हैं?