
Betul Today Samachar: (बैतूल)। अल्प समय में अपनी सक्रियता के बूते बैतूल से लेकर भोपाल तक कांग्रेस की राजनीति में रामू टेकाम धूमकेतू की तरह चमक रहे है। उन्हें मिल रहे सम्मान से कांग्रेस के दूसरे आदिवासी और अन्य वरिष्ठ नेता टकटकी लगाकर देख रहे है। हाल ही में उन्हें जब पीसीसी चीफ ने अपने साथ अंबेडकर की जन्मस्थली महू में हेलीकाप्टर की सैर कराई,इसके बाद आष्टा में हुए कार्यक्रम में मंच से संबोधन का अवसर मिला तो जिले की कांग्रेस राजनीति में धमाल मच गया है। रामू को मिल रहे लगातार सम्मान के राजनीति में कई मायने निकाले जा रहे है। वैसे महज 5 वर्षो में उन्हें लोकसभा चुनाव लडऩे, लोक सेवा आयोग का सदस्य, प्रदेश कांग्रेस महासचिव और अब आदिवासी कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने का मौका मिलना अवसर पर अवसर कहा जा सकता है।
बाबा की नाराजगी होगी दूर, काम पर लौटेंगे
अपनी जवानी को पार्टी के प्रति समर्पित करने वाले बाबा की पार्टी में फिर सम्मानजनक वापसी होगी। पिछले दिनों बाबा ने नाराज होकर अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अपने निर्णय से पार्टी में भूचाल ला दिया। उन्हें मनाने की कवायदें असफल हो गई। भाजपा के थिंक टेंक कहे जाने वाले वरिष्ठ नेता ने मोर्चा संभालते हुए बाबा को समझाईश दी। उन्होंने ही बाबा को शुरू से अवसर देकर अक्सर सम्मान से नवाजा। इस बार भी बाबा की नाराजगी दूर करने थिंक टेंक ने बीच का रास्ता निकाला। खबर है कि बाबा की नाराजगी शीघ्र दूर होने के बाद वे दोबारा फ्रंटफूट पर बेटिंग कर विधानसभा चुनाव में पार्टी की नैय्या पार लगाएंगे।
नए प्रभारी की ताबड़तोड़ बैठक से कांग्रेसी खुश
पिछले लंबे समय बाद कांग्रेस को नया संगठन प्रभारी मिला है। वैसे पूर्व प्रभारी का बैतूल मोह किसी से छिपा नहीं था, लेकिन उनकी चुनावी सक्रियता या एक धड़े की नाराजगी कहे, संगठन प्रभारी से रूखसत होना पड़ा। जिन्हें नया प्रभारी बनाया है, किस्मत कहे कि कांगे्रस को सुलझे हुए और वरिष्ठ नेता का साथ मिल गया। पिछले दो दौरों में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर, इससे कांग्रेस में नए जोश का संचार हुआ है। अब तक घरों में बैठे कार्यकर्ता भी बैठक में शामिल हुए। कांग्रेस के सभी गुट के नेता नए संगठन प्रभारी के कामकाज से खुश होकर ऊपर तक 100 में से 100 अंक का फीडबैक भी दे चुके है।