संचालकों ने बंदूक की नोक पर ट्राली थाने में खड़े करने के आरोप लगाए
Betul Today Samachar: (सारनी)। पाथाखेड़ा से पुलिस ने दो खाली और एक कोयले की डस्ट से भरी ट्रेक्टर ट्राली पुलिस ने हिरासत में ली है। पुलिस का मानना है कि ट्राली में भरी डस्ट है। कोयला नहीं। इसके लिए डब्ल्यूसीएल और एमपीपीजीसीएल से संपर्क कर कोयला है या डस्ट इसकी जांच कराई जा रही है। वहीं दो खाली ट्रेक्टर के मालिक सोनल गुप्ता ने थाना प्रभारी के नाम पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है कि रात करीब 12:30 बजे चोपना क्षेत्र से ईंट खाली कर लौट रहे थे। तब ही पाथाखेड़ा में 7-8 लोगों द्वारा कट्टा अड़ाकर मजदूरों के साथ अभद्रता कर ट्रेक्टर ट्राली को हथिया लिया। इस मामले में प्रमोद सिंह समेत उसके साथियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
क्या है मामला
डब्ल्यूसीएल की शोभापुर खदान से कन्वेयर बेल्ट लाइन के जरिए सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी को कोयला आपूर्ति किया जाता था। कोयला खदान बंद होने के बाद सतपुड़ा ताप ग्रह प्रबंधन द्वारा कन्वेयर बेल्ट लाइन हटा लिया है। करीब तीन दशक तक कन्वेयर बेल्ट लाइन चलने की वजह से इसके नीचे पानी के साथ कोयले की डस्ट जमा हो गई थी। इस डस्ट का डब्ल्यूसीएल से कोई लेना देना नहीं है। यह डस्ट बारिश के पानी के साथ बहकर नालों के जरिए नदी में पहुँचकर नदी को प्रदूषित करती है। इस डस्ट का उपयोग ईट भट्टटों में किया जा सकता है। बीते कुछ दिनों से इस डस्ट को लोग परिवहन कर रहे हैं।
हो चुकी है मारपीट
कोयले की डस्ट परिवहन करने को लेकर बीते दिनों दो गुटों में मारपीट हो गई थी। जिसमें एक व्यक्ति के सिर पर चोट पहुंची है। यह मामला पाथाखेड़ा पुलिस में दर्ज है। इस मारपीट की घटना के बाद से ही कोयले की डस्ट परिवहन करने को लेकर विवाद की स्थिति बनी है। समय रहते पावर जेनरेटिंग कंपनी और पुलिस प्रशासन द्वारा कन्वेयर बेल्ट लाइन के नीचे एकत्रित डस्ट को टेंडर के जरिए उठवा लेना चाहिए। अन्यथा गैंगवार जैसी स्थिति निर्मित होती रहेगी।
इनका कहना
कोयले की चोरी संबधित सूचना मिली थी। पुलिस बल द्वारा ट्रैक्टरों को हिरासत में लिया गया। दो ट्रेक्टर खाली पाए गए। एक ट्रेक्टर में मिट्टी मिश्रित डस्ट है। डब्ल्यूसीएल के अधिकारियों ने डस्ट को कोयला होने से इनकार किया है। इसीलिए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।
रत्नाकार हिंग्वे, टीआई, सारनी।