Betul Today News: (बैतूल)। होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं का दोहरा भार रेल यातायात पर पड़ रहा है। होली पर घर जाने के लिए जहां लोगों ने पहले से ही ट्रेनों में आरक्षण करा लिए थे, तो वहीं होली से ठीक पहले संविदा शिक्षक सहित बीएड की परीक्षाएं होने के कारण ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहे हैं। स्थिति यह है कि ट्रेनों में नो रुम की स्थिति एक सप्ताह पहने से ही बनने लगी थी। ट्रेनों के स्लीपर क्लास भी अब जनरल डिब्बों में तब्दील हो गए हैं। होली पर घर जाने वालों की भीड़ से ट्रेनों में अफरा-तफरी का माहौल है। बैतूल से भोपाल और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में खासी भीड़ चल रही है। होली के दिन तक वेटिंग टिकट के सहारे बैठे लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने की भी आस नहीं है। लंबी वेटिंग लिस्ट के चलते तत्काल टिकट के लिए भी मारामारी मची हुई है। दिल्ली और नागपुर दोनों दिशाओं में जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बेकाबू हो रही है।
रिजर्वेशन कराने के बाद भी यात्री परेशान
जैसे-जैसे त्यौहार नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे ट्रेनों में भीड़ बढऩे की संभावना बताई जा रही है। सामान्य बोगियां तो दूर, आरक्षित श्रेणी की स्लीपर क्लास में भी पैर रखने की जगह नहीं बच रही है। होली पर घर जाने वाले बड़ी संख्या में लोगों को सामान्य कोचों में जगह नहीं मिली, तो वे महिला व विकलांग कोचों में घुस गए। स्लीपर कोचों में भी भीड़ के चलते आरक्षण कराकर चलने वाले यात्री भी परेशान हो रहे हैं। होली को लेकर चूंकि रेलवे ने कोई स्पेशल ट्रेन भी नहीं चलाई है, इसके कारण ज्यादा दिक्कत बनी हुई है।
घर पर ही मनाना पसंद करते है त्यौहार
होली का त्यौहार ज्यादातर लोग अपने परिवार एवं मित्रों के साथ मनाना ही पसंद करते है। यही वजह है कि इस पर्व पर बाहरी शहरों में रोजगार, नौकरी करने वाले लोग भी अपने-अपने घर वापसी करते है। जिले के अधिकांश विद्यार्थी जो इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है वे भी त्यौहार के बहाने घर लौटते है। यही वजह है कि ट्रेनों में यात्रियों की रेलमपेल मची हुई है। यह स्थिति वर्ष में दो बार निर्मित होती है, होली एवं दीपावली दो ऐसे त्यौहार है जो लोग अपने घर-परिवार के साथ मनाना पसंद करते है। रेलवे के अधिकारियों की माने तो होली के दिन ही ट्रेनों में यात्रियों का रश कम होता है, अन्यथा त्यौहार के एक सप्ताह पहले एवं एक सप्ताह बाद तक ट्रेनों में भीड़ बेकाबू रहती है। इस संबंध में जानकारी के लिए बैतूल रेलवे स्टेशन मास्टर जैकब मैन्युअल को उनके मोबाईल नंबर 7389902927 पर कॉल किया गया। उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।