Betul Today News: (बैतूल)। आदिवासी बाहुल्य भीमपुर की पंचायतों में अधिकारियों की आंख के नीचे बड़ गड़बड़झाला हुआ। इसके बावजूद अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जनपद पंचायत की उती पंचायत में तो लाखों रूपये का भुगतान पहले हो गया और काम का लेआउट बाद में डला यानि काम शुरू होने के पहले ही राशि आहरित कर ली गई, लेकिन अधिकारी इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है। सूत्र बताते है कि ग्राम पंचायत उती में सरपंच और प्रभारी सचिव द्वारा लाखों रूपये की राशि का आहरण नियम विरूद्ध कर लिया गया है। ऐसे समय में जब रोजगार सहायकों की हड़ताल चल रही है और यहां का रोजगार सहायक एवं प्रभारी सचिव मनरेगा में बिना काम के भुगतान निकाल रहे है।
सूत्रों ने बताया कि लाखों रूपये का भुगतान भी करा लिया गया। भीमपुर जनपद पंचायत की टेक्रिकल विंग भी इस बड़े फर्जीवाड़े के बाद भी चुप बैठी है। मनरेगा में मस्टर रोल निकाले जाने के बावजूद केवल सामग्री के नाम पर भुगतान कर दिए जाने का मामला उजागर हुआ है। चौंकाने वाली बात तो यह सामने आई है कि उती पंचायत में एक काम के लिए 17 अप्रैल को लेआउट डला और इसका भुगतान चार दिन पहले यानी 13 अप्रैल को किया जा चुका है। अधिकारियों के संज्ञान में भी यह फर्जीवाड़ा सामने आने के बावजूद पंचायत के रोजगार सचिव एवं रोजगार सहायक पर कार्रवाई नहीं हुई है।
बताया जाता है कि भीमपुर के गणेश नाम के शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्प लाईन पर शिकायत कर फर्जीवाड़े के बारे में अवगत कराया गया था, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ता गणेश ने फर्जी भुगतान और आहरण से संबंधित शिकायत पर कार्रवाई की भी मांग की। इस संबंध में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले को लेकर भीमपुर जनपद पंचायत के सीईओ से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका मोबाईल कवरेज से बाहर था।
इनका कहना…
मुझे मामले को लेकर जानकारी दीजिए, मैं अधिकारियों से चर्चा कर उती पंचायत में हुए गड़बड़झाले को दिखवा लूंगा।
अभिलाष मिश्रा, सीईओ, जिला पंचायत, बैतूल