Betul Road News: (बैतूल)। नगरपालिका में सड़कों के लिए प्लानिंग करने वाले अधिकारी कटघरे में आ खड़े हुए हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि एक ही सड़क को दो योजनाओं में शामिल कर सीधे तौर पर अन्य सड़कों के साथ भेदभाव जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। दरअसल नगर पालिका ने भाजपा कार्यालय से विवेकानंद वार्ड के साई मंदिर तक अमृत योजना में मॉडल सड़क के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा है। अब इसी सड़क का पूर्व में कायाकल्प अभियान के तहत भी डामरीकृत स्वीकृत करा लिया गया। वर्तमान में आबकारी से मैकेनिक चौक की सड़क का काम भी शुरू हो गया है। यानी एक ही सड़क का दोबारा डामरीकरण कर नगरपालिका के अधिकारी कटघरे में आ खड़े हुए हैं।
जिला मुख्यालय की नगरपालिका में अधिकारियों में तालमेल नहीं होने के कारण अंधा बांटे रेवड़ी, चीन-चीन कर दें की कहावत चरितार्थ हो रही है। कार्य योजना बनाकर काम नहीं होने का खामियाजा एक ही सड़क पर कुछ माह में दो मर्तबा करोड़ों का डामरीकरण होगा। इसकी बानगी गंज क्षेत्र में देखी जा सकती है। बताया जाता है कि शहर की चार सड़कों का कायाकल्प योजना में सिंगल लेयर डामरीकरण किया जा रहा है। इसका काम तीन दिन पहले आबकारी के पास से शुरू भी किया जा चुका है। यह सड़क मैकेनिक चौक तक बनाई जाएगी। घोड़ाडोंगरी की बालाजी इंस्ट्रफैक्चर द्वारा सड़क निर्माण किया जा रहा है।
सड़क हैंडओवर नहीं, फिर भी डामरीकरण शुरू (Betul Road News)
एक और चौकाने वाली बात सामने आई है कि आबकारी से भाजपा कार्यालय तक की सड़क पीडब्ल्यूडी की है। इसे अभी तक नगरपालिका के हैंडओवर नहीं किया है, लेकिन कायाकल्प योजना में इसे शामिल कर नगरपालिका ने इसे डामरीकृत भी करना शुरू कर दिया। अभी भी सड़क पीडब्ल्यूडी की ही बताई जा रही है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल्दबाजी में नपा ने हैंडओवर होने के पहले ही डामरीकरण कर सूर्खियां बटोर ली है।
इन सड़कों की कायाकल्प से सुधरेगी हालत (Betul Road News)
नगरपालिका की माने तो पूर्व में मुख्यमंत्री अधोसंरचना में शहर की चार प्रमुख सड़कें बनाई जा चुकी है, लेकिन इनकी वारंटी खत्म होने के बाद हालत बदत्तर हो गई। अब नगरपालिका ने आबकारी से मैकेनिक चौक, मुल्ला पेट्रोल पंप से गेंदा चौक, तांगा स्टैंड से मुल्ला पेट्रोल पंप और कारगिल चौक से मैकेनिक चौक तक की सड़क कायाकल्प योजना के तहत तीन करोड़ से बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन सड़कों का सिंगल लेयर डामर डालकर व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि सिंगल लेयर डामर से सड़क कितने दिन टिक पाएगी, यह कह पाना मुश्किल है। इतना जरूर है कि कुछ माह तक शहर के लोग इन शहर की चार सड़कों पर बेहतर ढंग से वाहन चला सकेंगे।
एक ही सड़क पर कुछ माह बाद होगा फिर डामरीकरण
यहां उल्लेखनीय है कि नगरपालिका ने अमृत योजना वाले शहरों के लिए 15 करोड़ की मॉडल सड़क के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा है। भाजपा कार्यालय से सांई मंदिर विवेकानंद वार्ड की सड़क इसके लिए प्रस्तावित भी की गई है। यह तय है कि कुछ माह में मॉडल सड़क के लिए राज्य शासन से फंड नगरपालिका को मिल जाएगा। टेंडर के बाद करीब दो किमी लंबी यह सड़क बनना भी शुरू हो जाएगी। इसके पहले नगरपालिका आबकारी से मैकेनिक चौक तक एक किमी की सड़क कायाकल्प योजना में डामर से बना रही है। यानी एक ही सड़क पर कुछ माह में दो बार डामरीकृत होगा। हालांकि नपा का मानना है कि एक तरफ डामरीकरण नहीं होगा। दूसरी तरफ डामरीकरण किया जाएगा। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो नगरपालिका के जिम्मेदार ही जाने। इस बारे में सीएमओ अक्षत बुंदेला को उनके मोबाइल पर काल किया, लेकिन कवरेज में नहीं होने के कारण चर्चा नहीं हो सकी।