
Betul Ret Par Rajniti: बैतूल जिले में महंगी रेत के मामले में कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद कुछ राहत मिल गई है। 45 रुपए फीट के हिसाब से ठेेकेदार ने रायल्टी तय की गई थी, लेकिन जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर इसे गरीबों के साथ कुठाराघात बताया था। शुक्रवार शाम को कलेक्टर ने दामों में 7 से 9 रुपए की कमी करने के निर्देश खनिज विभाग के माध्यम से ठेकेदार को दिए, हालांकि ग्रामीण कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रेत के दाम किए जाने से संतुष्ट नहीं है। वे 35 रुपए फीट रेत के दाम करने के लिए कलेक्टर से फिर चर्चा करने वाले हैं। इधर शहर कांग्रेस इस रेट पर भी संतुष्ट नहीं है। पूर्व में ही शहर अध्यक्ष सुनील शर्मा ने महंगी रेत के दामों पर 6 फरवरी को खनिज कार्यालय के घेराव का एलान किया था, लेकिन कल रेत के दाम कम होने पर संभावना थी कि कांग्रेस का यह कार्यक्रम नहीं होगा, लेकिन गुड्डू ने एलान किया है कि सोमवार को खनिज कार्यालय का घेराव कर कांग्रेस आंदोलन करेंगी। उनका मानना है कि रेत के जो दाम घटाएं है वह ऊंट के मुंह में जीरा जैसे हैं। इसके बाद कांग्रेस में ही रेत को लेकर दो फाड़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई है।
कांग्रेस में समय-समय पर अलग-अलग आंदोलन और प्रदर्शन करने का सिलसिला वर्षों से जारी है। सीनियरों के बाद अब कांग्रेस में शहर और ग्रामीण कांग्रेस का अध्यक्ष अलग-अलग बनाया गया है। इससे खाई और बड़ी दिखाई देने लगी है। दोनों अध्यक्ष अपने नेताओं के साथ विपक्ष की भूमिका में पहले की अपेक्षा अधिक सक्रिय दिखाई देने लगे हैं। ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे अपनी तगड़ी टीम के साथ न सिर्फ अंचलों का दौरा कर कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं, बल्कि ज्वलंत समस्याओंं को लेकर वे बिना देरी किए अधिकारियों से मिलने पहुंच जाते हैं। इसका उदाहरण पिछले दिनों रेत के बढ़ते दामों पर उनके नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से मिला। नतीजा यह हुआ कि शुक्रवार को रेत के दामों में कलेक्टर ने लगभग 9 रुपए फीट के कमी करने के निर्देश दिए। इसका सीधा फायदा कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को गया है। रेत के दाम कम होने पर कांग्रेस ने भी कलेेक्टर के प्रति आभार जताया है। हालांकि कांगे्रस का यह धड़ 35 रुपए फीट रेत के दाम करने के लिए प्रयास कर रहा है।
गुड्डू ने कहा- आंदोलन होकर रहेगा
इधर जिला कांग्रेस शहर के अध्यक्ष सुनील शर्मा उर्फ गड्डू ने कहा कि रेत के दाम प्रशासन ने भले ही 9 रुपए फीट कम कर दिए हो, लेकिन यह जनता के हित में नहीं कहा जा सकते। उन्होंने कहा कि आम लोग दो जून की रोटी के लिए सुबह से शाम तक मेहनत करते हैं। पीएम आवास के लिए यदि डंपर में 22 हजार में भी मिले तो गरीब मकान नहीं बना पाएगा। प्रशासन को कम से कम 25 रुपए प्रति फीट रेत के दाम ठेकेदार से तय करवाना चाहिए। यदि इतने दाम नहीं होते हैं तो सोमवार को कांग्रेस का पूर्व निर्धारित खनिज विभाग के घेराव का कार्यक्रम होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि गरीबों के हित के मामले में कांग्रेस आम जनता के साथ आंदोलन करेंगी।
भाजपा जनप्रतिनिधियों की चुप्पी रहस्यमय
रेत के मामले में भाजपा के जनप्रतिनिधियों की चुप्पी खासी चर्चा में है। पहले जब रेत के दाम कम थे तब भाजपा के जनप्रतिनिधि अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर देते थे, लेकिन इस समय भाजपा के जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस ने रेत के दाम बढ़ाए जाने का मामला लपक लिया। इसके बावजूद भाजपा के जनप्रतिनिधि हाथ पर हाथ धरकर बैठे हैं। किसी ने भी अपनी न तो प्रतिक्रिया जाहिर की और न कोई प्रेसनोट जारी कर रेत के दाम पर राय दी। इससे साफ है कि रेत पर भाजपा के जनप्रतिनिधियों का स्टैंड अलग है। यही वजह है कि आम लोग भी भाजपा के जनप्रतिनिधियों को लेकर नाराजगी जता रहे हैं।
इनका कहना…
रेत के दाम 45 से 36 रुपए फीट करने के लिए ठेकेदार को निर्देशित किया गया है। कलेक्टर के साहब के निर्देश पर रेट कम किए जा रहे हैं।
बीके नागवंशी, प्रभारी खनिज अधिकारी