Betul Railway News: बैतूल। बैतूल के रेलवे विभाग और आरपीएफ ने दो दिन पहले आनन-फानन में बिना देरी किए मालगाड़ी की बोगी में दो रैक प्याज आने पर इसे नीलाम कर डाला। सांझवीर टाईम्स के गतांक में यह मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया गया तो मध्य रेलवे नागपुर के डीसीएम ने तत्काल मामले की जांच कर बैतूल रेलवे प्रबंधन से पूछताछ की। पूछताछ के बाद लगभग 40 हजार रूपये की प्याज नीलामी की राशि रेलवे के खाते में जमा करने की बात सामने आई है। यदि मीडिया में मामला नहीं आता तो शायद प्याज के नीलाम की राशि जमा नहीं की जाती।
सूत्र बताते है कि 46 बोगी की मालगाड़ी में पिछले दो दिनों दो बोगी प्याज की आ गई थी। बड़ी तादाद में प्याज की बोरी आई, लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने आरपीएफ की मौजूदगी में आनन-फानन में इसे नीलाम कर दी। नीलाम के पूर्व न तो रेलवे के नागपुर स्थित अधिकारियों और न ही किसी तरह का ईश्तेहार प्रकाशित किया गया। अब कहा जा रहा है कि खराब आने वाली चीज है इसलिए आनन-फानन में नीलाम कर दी गई। सूत्र बताते है कि प्याज भी कई दिनों तक खराब नहीं होता, लेकिन बिना अनुमति नीलाम करने के बाद जब प्याज गले की हड्डी बना तो रेलवे के स्थानीय अधिकारियों ने अपनी गलती कबूल कर ली। सांझवीर टाईम्स के गतांक में खबर प्रकाशित होने के बाद कल शाम को ही डीसीएम नागपुर ने स्टेशन प्रबंधक से मामले को लेकर पूरी पूछताछ की। क्योंकि मामला गड़बड़झाला था, इसलिए समझाईश देकर रफादफा करने की जमकर चर्चा हो रही है।
रेलवे स्टेशन प्रबंधक जैकब मैन्युअल ने पूरे मामले में पल्ला झाड़ते हुए नागपुर के अधिकारियों से चर्चा करने की बात कही है। इस संबंध में डीसीएम नागपुर श्री थूल ने इस प्रतिनिधियों को बताया कि स्थानीय अधिकारियों ने प्याज की नीलामी करने की बात कबूल की है। चूंकि प्याज जल्दी खराब हो जाता है, इसलिए आनन-फानन में बेच दिया गया। उन्होंने बताया कि 40 हजार रूपये की राशि रेलवे के खाते में जमा की गई है। हालांकि उन्होंने जमा की गई राशि की तारीख बताने से इंकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि सैकड़ों बोरी प्याज रेलवे ने हम्मालों एवं अन्य छोटे व्यापारियों को बेच दिया था