Betul News: (बैतूल)। आखिर जिले के करीब 50 महाविद्यालयों के हजारों विद्यार्थियों वापस बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से जोड़ लिया गया है। इस संबंध में 24 फरवरी को बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी ने अधिसूचना जारी कर दी है। जिले के 50 महाविद्यालयों को छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को अस्तित्व में लाने के लिए कांगे्रस सरकार ने नई यूनिवर्सिटी से जोड़ दिया गया था। इसके बाद से ही विद्यार्थियों में असंतोष था। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी में जिले के सभी कॉलेज जोड़े जाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध प्रदर्शन कर नाराजगी भी जाहिर की थी। इसके अलावा हजारों छात्राओं को इस वजह से असुविधा का सामना भी करना पड़ा। अब एक बार फिर से छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से हटाकर जिले के सभी कॉलेज बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध कर दिए गए है। जिससे हजारों छात्र-छात्राओं को अब परेशानियों से निजात मिल जाएगी।
नए सत्र के विद्यार्थियों को मिलेगा बीयू में प्रवेश
बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी द्वारा 24 फरवरी को अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना में उल्लेख है कि बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी भोपाल एवं राजा शंकर शाह यूनिवर्सिटी छिंदवाड़ा की क्षेत्रीय अधिकारिता में मप्र विश्व विद्यालय अधिनियम 2022 द्वारा परिवर्तन किया गया है। मप्र राजपत्र में 3 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित अधिसूचना के अनुसार बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी भोपाल में जिला भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, राजगढ़, हरदा, के साथ बैतूल जिले को भी शामिल किए जाने हेतु प्रस्ताव लिया गया था। विद्या परिषद की स्थायी समिति की 20 फरवरी को आयोजित बैठक में कुलपति द्वारा प्रदत्त अधिकार अंतर्गत अनुमोदन के बाद बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी भोपाल की क्षेत्रीय अधिकारिता में सत्र 2023-24 से बैतूल जिले को भी शामिल कर लिया गया है। उक्त अधिसूचना के बाद अब नए सत्र में जिले के कॉलेजों को बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से ही सम्बद्ध कर लिया जाएगा। जिले के सभी कॉलेज वापस बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी में जोड़े जाने से हजारों विद्यार्थियों को परेशानियों से निजात मिल जाएगी। अकेले जेएच कॉलेज में ही 11 हजार नियमित एवं करीब 7 हजार स्वाध्यायी विद्यार्थी परीक्षा देते है। जिले के प्रत्येक शासकीय एवं अशासकीय कॉलेज पुन: बरकउल्ला यूनिवर्सिटी में जुडऩे से करीब 50 हजार विद्यार्थियों को राहत मिलेगी।
शुरु से विवादों में रही सीयू, विद्यार्थी भी असंतुष्ट
छिंदवाड़ा यूनविर्सिटी में बैतूल जिले के करीब 50 कॉलेजों को जोड़े जाने का शुरु से ही विरोध रहा। अभाविप ने भी जिले के कॉलेजों की सम्बद्धता बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से हटाकर छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से किए जाने पर चरणबद्ध आंदोलन किया था। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेज के विद्यार्थियों का शैक्षणिक सत्र असंमजस एवं दुविधाओं से भरा रहा। करीब एक साल पहले जब छिंदवाड़ा यूनविर्सिटी से बैतूल के कॉलेजों को हटाकर वापस बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी में जोडऩे की घोषणा की तो विद्यार्थियों ने राहत महसूस की। हालांकि शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए जुलाई में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को ही इसका लाभ मिल पाएगा। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी द्वारा समय पर परीक्षा न लेने एवं परीक्षा परिणाम भी समय पर घोषित न करने से हमेशा असंतोष की स्थिति रही।
विद्यार्थियों को काफी असुविधा का भी सामना करना पड़ा। यही नहीं छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी की फीस भी पूरे प्रदेश में सर्वाधिक होने के आरोप लगते रहे है। खेल प्रतिभाओं को विश्वविद्यालयीन स्तरीय प्रतियोगिताओं में न भेजने पर विद्यार्थियों को इस यूनिवर्सिटी के सामने धरना तक देना पड़ा था। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी तक शैक्षणिक कार्यों के लिए आवागमन के साधन कम होने से भी प्राचार्य, विभागध्यक्षों, प्राध्यापकों से लेकर विद्यार्थियों को असुविधा होती थी। अब इस परेशानी से भी छुटकारा मिल जाएगा। इस संबंध में जानकारी के लिए जेएच कॉलेज के प्राचार्य डॉ राकेश तिवारी से उनके मोबाईल नंबर 9425068409 पर कॉल किया गया, उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।