Betul News: (बैतूल)। जिले की वन स पदा के रखवाले ही लम्बे समय से जंगलों पर नजर लगाएं है। वन माफिया तो जंगलों की सफाई में लगा ही है, लेकिन जंगलों के रक्षक भी बेश्कीमती सागौन को ठिकाने लगाने की होड़ में शामिल है। इसकी बानगी उत्तर वन मंडल में देखी जा सकती है जहां पहले हरे-भरे सागौन के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई जा रही है और सूखने के बाद पेड़ों के तने काटकर गायब करने का खेल बेखौफ जारी है।
सूखने के लिए तैयार 20 से ज्यादा पेड़
उत्तर वन मंडल के अंतर्गत सारणी रेंज की राखड़ डेम के पास सागौन के जंगल मैदान में तब्दील होते जा रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां जंगलों में तैनात कर्मचारियों की मौजूदगी में ही हरे-भरे सीधे तने वाले सागौन के पेड़ों पर पहले कुल्हाड़ी से वार किया जाता है, उसके बाद पेड़ों के सूखने का इंतजार कर योजनाबद्ध तरीके से सागौन के पेड़ जंगल से गायब किए जा रहे है। यह सिलसिला लम्बे समय से जारी है। मौजूदा स्थिति में भी यदि इस क्षेत्र का निरीक्षण किया जाये, तो बीस से अधिक पेड़ों पर कुल्हाड़ी की मार देखी जा सकती है।
सबूत मिटाने मजदूर लगाकर हटाये जा रहे ठूंठ
पहले सागौन के पेड़ों को षडय़ंत्रपूर्वक काटा जा रहा है, उसके बाद विभाग के मैदानी अमले की मौजूदगी में मजदूरों से ठूंठ हटवाये जा रहे है। गौरतलब है कि सागौन के ठूंठ पुराने दिखाने के लिए कई बार उन्हें जलाने का प्रयास भी किया जाता है, या मिट्टी, रेत डालकर सच छुपाया जाता है। ल बे समय से यहां पेड़ों पर चल रही कुल्हाड़ी की वजह से घने जंगल वाला यह क्षेत्र मैदान में तब्दील होता जा रहा है। जानकारों की माने तो रक्षक ही जब भक्षक बनने का प्रयास करने लगे तो जंगलों की सुरक्षा पर सवाल उठना तो लाजमी है।
बाघ सहित वन्य प्राणियों की आवाजाही
सारणी रेंज में बीते कुछ वर्षों में बाघ की आवाजाही बनी रहती है। इसके अलावा अन्य वन्य प्राणी भी इस क्षेत्र में है। जंगलों में हरे-भरे पेड़ों के साथ की जा रही बर्बरता की वजह से जंगलों का घनत्व कम हो रहा है, इससे वन्य प्राणियों की सुरक्षा भी खतरे में है। बीते दिनों वन विभाग के दो कर्मचारियों की मौजूदगी में ही अवैध कटाई के प्रमाण हटाने की कोशिश मोबाईल कैमरे में कैद हुई तो वन कर्मियों ने इसे विभागीय प्रक्रिया है, लेकिन ठूठ हटाने की इस प्रक्रिया को कैमरे में कैद होता देख वनकर्मियों के होश फाख्ता थे। इस संबंध में जानकारी के लिए उत्तर वन मंडल के डीएफओ राकेश डामोर को उनके मोबाइल नंबर 9424790301 कॉल किया गया उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।