Betul News: (बैतूल)। जिले में दो कांग्रेस जिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के कारण आई गुटबाजी को भरने के लिए अब प्रदेश स्तर से प्रयास शुरू हो गए है। हालांकि पहले से ही कांग्रेस में गुटबाजी है, लेकिन सोमवार को पीसीसी द्वारा भेजे गए नामों में से मुलताई विधायक-पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे और बैतूल के युवा विधायक निलय डागा को एआईसीसी का सदस्य बनाया गया है। हालांकि पांसे पूर्व में भी कई मर्तबा वरिष्ठ होने के कारण एआईसीसी सदस्य बनते आए है, लेकिन डागा को पहली मर्तबा एआईसीसी सदस्य बनाए जाने के कई मायने निकाले जा रहे है, क्योंकि डागा के अलावा भैंसदेही विधायक धरमूसिंह सिरसाम दूसरी बार विधायक चुने गए है।
आदिवासी होने बावजूद उन्हें यह जिम्मेदार नहीं दी गई है, लेकिन कांग्रेस राजनीति में उनके पिता स्व. विनोद डागा कई कई वर्षो तक एआईसीसी सदस्य रहे है। उनके निधन के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब युवा विधायक डागा को कांग्रेस की एआईसीसी में सदस्य बनाया गया है। सूत्र बताते है कि कांग्रेस की राजनीति में संतुलन बनाने के उद्देश्य से पांसे के अलावा डागा को एआईसीसी जैसी प्रमुख समिति में सदस्य बनाया गया है।
उद्योगपति होने का भी मिला फायदा
जानकार सूत्र बताते है कि मुलताई विधायक पांसे को अनुभव और कमलनाथ का विश्वसनीय होने के कारण एआईसीसी सदस्य बनाए जाने का फायदा मिला है, लेकिन पहली बार चुनकर आए डागा को सीधे एआईसीसी सदस्य बनाए जाने को लेकर उनका उद्योगपति होना और सक्रियता की वजह से अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा कांग्रेस में जिस तरह दो गुट होने से अक्सर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, इससे भी सामंजस्य बनाने के उद्देश्य से डागा को भी एआईसीसी जैसी समिति में सदस्य बनाया गया है।