Betul News : (बैतूल)। जिला मुख्यालय की नगरपालिका में जिस उपयंत्री को जलशाखा का प्रभार सौंपा गया है, वे शहर के लोगों को गर्मी में बुरी स्थिति में ला सकते हैं। दरअसल जिम्मेदार उनके ही आंकलन के अनुसार जून तक शहर में जल सप्लाई बिना बाधा के आपूर्ति करने का दावा कर रहे हैं, इसी दावे के कारण अब तक पारसडोह डैम से नगरपालिका ने पानी रिर्जव करने की जहमत नहीं उठाई है। दूसरी ओर मौसम के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि इस बार अप्रैल से जून के आधे माह तक गर्मी सारे रिकार्ड तोड़ सकती है। ऐसे में नगरपालिका प्यास लगने पर कुंआ खोदे जैसे प्रयास करेगी तो शायद लोगों को टैंकरों से पानी सप्लाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
मार्च माह का दूसरा सप्ताह शुरू हो चुका है। नगरपालिका ने अभी पहले ही सप्ताह में लाखापुर डैम से एक मर्तबा पानी माचना एनीकट में छुड़वाया है। यानी मार्च में ही लाखापुर डैम से पानी लेने की नौबत आ गई है। ऐसे में जल विशेषज्ञों का मानना है कि हालात मई के बाद बिगड़ सकते हैं। यदि मानसून देरी से आया तो शहर में पानी की आपूर्ति प्रभावित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। भले ही नगरपालिका के जल शाखा प्रभारी का दावा है कि उनके पास लाखापुर, गंगूडोह और ताप्ती बैराज का पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन भीषण गर्मी पड़ेगी तो यह पानी कितने दिन स्टोर रहेगा, उन्हें इस बात का अंदाजा जरा सा भी नहीं है। उनके तर्क के बाद जिम्मेदार भी हाथ पर हाथ धर कर बैठे हैं।
पारसडोह का पानी रिर्जव कराने में रूचि नहीं
पर्याप्त पानी रहने का दावा करने के बाद नगरपालिका ने उपयंत्री की रिपोर्ट को सही मान लिया है। सभी जगह पानी की स्थिति ठीक करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन पारसडोह से आज दिनांक तक नगरपालिका ने जलसंसाधन विभाग से पानी के लिए अनुबंध तक नहीं किया। ऐसा लंबे समय बाद हो रहा है जब पारसडोह से पानी के लिए अनुबंध नहीं करने का खतरा नगरपालिका ने उठाया है। पारसडोह से नगरपालिका हर मर्तबा दो एमसीएम पानी के लिए अनुबंध करती आई है। नगरपालिका के उपयंत्री का दावा है कि पेयजल के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है, लेकिन एक एमसीएम का अनुबंध करने में कोताही बरती गई। ऐसी स्थिति में नगरपालिका को तेज गर्मी में पानी होने पर टैंकरों से पानी सप्लाई करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। इसके लिए लाखों रुपए का फटका नगरपालिका को बैठ सकता है।
नपा के सामने अभी और विकल्प
सूत्र बताते हैं कि पारसडोह से पानी न लिए जाने पर सस्पेंश बाकी है। गत वर्ष जलसंसाधन विभाग को पारसडोह से पानी का अनुबंध करने के लिए साढ़े पांच लाख रुपए का भुगतान भी नपा ने नहीं किया है। इसी बीच यदि नगरपालिका को पानी लेने कवायद करना पड़े तो जल समिति या जल उपयोगिता समिति की बैठक में कलेक्टर से नगरपालिका को आग्रह किया जा सकता है। इसके लिए बकायदा पत्राचार करना पड़ेगा। आनन-फानन में पानी लेने के लिए कलेक्टर से आग्रह के बाद ही बात बन सकेगी।
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इनका कहना…
उपयंत्री ने पानी की व्यवस्था देखी है। बारिश में विलंब हुआ तो भी जून-जुलाई तक का पानी मौजूद है। जरूरत पडऩे पर हम कलेक्टर से साहब को पत्र लिखकर पारसडोह से पानी मांग सकते हैं।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ नपा बैतूल।