Betul News: (बैतूल)। हिंदू उत्सव समिति, आचार्य विनोबा यूथ सोसायटी एवं युवा साहू समाज सेवा संगठन जिला बैतूल के तत्वावधान में विनोबा नगर बैतूल के सभी दिवंगतों की स्मृति में शिव रुद्राभिषेक एवं शिव महापुराण कथा सत्संग समारोह का आयोजन 21 फरवरी दिन मंगलवार से किया जा रहा है। आज कथा के द्वितीय दिवस समाजसेवी रमेश गुगनानी, श्रीमती सुनीता मनोज खंडेलवाल एवं युवा साहू समाज सेवा संगठन जिला बैतूल के अध्यक्ष गोपाल साहू ने कथा के द्वितीय दिवस व्यासपीठ का पूजन किया। शिव महापुराण कथा की महिमा बताते हुए पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि भगवान शिव त्याग तपस्या वात्सल्य तथा कष्ट की मूर्ति है। शिव सहज ही प्रसन्न हो जाने वाले एवं मनोवांछित फल देने वाले हैं। भगवान शिव सदैव लोकोपकारी में और हितकारी है।
त्रिदेवो में इन्हें संहार का देवता माना गया है। कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि भगवान शिव को सुगंधित पुष्प माला और मीठे पकवानों की आवश्यकता नहीं पड़ती। भगवान शिव तो स्वच्छ जल, बिल्वपत्र कटीले और ना खाए जाने वाले पौधों के फल धतूरा आदि से प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव को मनोरम वेशभूषा और अलंकारों की आवश्यकता नहीं पड़ती। कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि शिव महापुराण का श्रवण अगर पूरे भक्ति भाव से किया जाए तो निसंतान लोगों को संतान की प्राप्ति, और जीवन के अंत में उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। पंडित नरेंद्र दुबे ने कथा ने बताया कि जिस पर जिस पर भगवान शिव की कृपा होती है उसका संसार का कोई भी प्राणी बुरा नहीं कर सकता। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने वाले व्यक्ति को जीवन में किसी भी चीज का भाव नहीं झेलना पड़ता है और महादेव हमेशा अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि हमें अगर जीवन में तरक्की के रास्ते पर जाना है तो दूसरों की बुराई ना करने के बजाय केवल अपनी तरक्की की राह पर कदम बढ़ाना चाहिए। क्योंकि बुराई करने वाला व्यक्ति सिर्फ बुराई कर सकता है, किसी का कुछ बिगाड़ नहीं सकता।