Betul News: (बैतूल)। रेत के लिए अब तक जिले में अवैध उत्खनन एवं परिवहन के मामले सामने आते रहे है, लेकिन आठनेर क्षेत्र के दाभोना में पहाड़ खोदकर मुरम का अवैध परिवहन कर महाराष्ट्र ले जाने का संगीन मामला सामने आया है। आज करीब आधा दर्जन ग्राम के लोगों ने मुरम का अवैध परिवहन करते हुए आठ डम्फरों का पांच किमी तक पीछा कर रंगे हाथो पकड़ा, हालांकि इस दौरान दो डम्फर लेकर चालक भागने में सफल हो गए। मामले की जानकारी ग्रामीणों एवं बिरसा क्रांति दल ने खनिज इंस्पेक्टर, पुलिस एवं कलेक्टर को भी दी। सुबह दस बजे से खड़े कराए डम्फरों पर कार्रवाई के लिए ग्रामीण दोपहर एक बजे तक पुलिस और खनिज विभाग के अमले का इंतजार करते रहे, लेकिन मौके पर कोई नहीं पहुंचा। दोपहर एक बजे सभी डम्फर चालकों ने अपने डम्फर वापस दाभोना में खड़े कर दिए। ग्रामीणों में त्वरित कार्रवाई न किए जाने से आक्रोश व्याप्त है। समाचार लिखे जाने तक भी कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा था।
जिले में अवैध उत्खनन के लिए अब पहाड़ों पर पर माफिया की नजर है, हैरत की बात है कि मध्यप्रदेश के संसाधनों पर महाराष्ट्र का माफिया हाथ की सफाई कर रहा है। इसकी बानगी आठनेर थाना क्षेत्र के ग्राम दाभोना क्षेत्र में देखने मिली, जहां बेखौफ होकर महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश के खनन माफिया द्वारा एक सप्ताह से पहाड़ की खुदाई कर मुरम का अवैध रुप से परिवहन किया जा रहा है। प्रदेश में लागू पेसा एक्ट के तहत भू सम्पदा का भी अधिकार अब ग्रामसभा के पास है, ऐसे में बिना ग्रामसभा के अनुमोदन और बिना किसी टेंडर के आठनेर क्षेत्र में पहाड़ खोदकर खनिज का परिवहन किया जा रहा है।
दाभोना से मुरम महाराष्ट्र ले जाने की थी तैयारी
बिरसाक्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार कवड़े से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे दाभोना सहित आसपास के ग्रामों के लोगों ने दाभोना से गोखलापुर मार्ग पर मुरम का अवैध परिवहन करते 8 डम्फरों का पीछा किया और अंधेरबावड़ी के पास 6 डम्फरों को खड़ा करने में सफलता प्राप्त की। दाभोना में पहाड़ खोदकर मुरम निकालने का सिलसिला पिछले एक सप्ताह से जारी है। जिसके लिए न तो ग्रामसभा का कोई अनुमोदन ही उत्खननकर्ता के पास है और नहीं कोई वैध दस्तावेज। ग्रामसभा के पदाधिकारी भी उक्त कार्रवाई में शामिल थे। इस दौरान छह डम्फर तो अंधेरबावड़ी से गोखलापुर मार्ग पर खड़े करवा लिए गए, लेकिन दो डम्फर चालक डम्फर लेकर फरार हो गए।
महाराष्ट्र ले जा रहे थे मुरम
ग्रामीण क्षेत्र में डम्फरों की धमाचौकड़ी एवं मुरम के अवैध परिवहन को रोकने ग्रामीणों ने ही आज एक्शन लिया। जानकारी के अनुसार दाभोना, अंधेरबावडी, एनखेड़ी, गोखलापुर, पीपलदरी एवं साकली के ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाते हुए डम्फरों को रुकवाने के बाद माईनिंग इंस्पेक्टर, एसपी सिमाला प्रसाद एवं कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस को सूचना दी। इन डम्फरों को सडक़ पर ही खड़ा करवाने के बाद ग्रामीणों ने वीडियों और फोटो भी जिम्मेदार अधिकारियों को भेजे गए साथ ही पंचनामा भी बनाया। ग्रामीणों ने जिन डम्फरों को पकड़ा उनमें एमएच-27 बीएक्स 6737, एमएच-27 बीएक्स 6738, एमएच-27-8775, एमएच-40 बीएल 6274, एमपी-48 एच-0383 एवं एमएच 27 बीएक्स 6001 शामिल है। इन डम्फरों के चालकों द्वारा मुरम को कहां ले जाया जा रहा है यह जानकारी भी भ्रामक बताई जा रही है। किसी ने मुरम ब्राम्हणवाड़ा तो किसी ने चांदुरबाजार ले जाने की जानकारी दी, एक डम्फर चालक ने आठनेर में ही मुरम ले जाने के लिए बताया।
- Also Read : Betul News: पीट रहे भाई को बचाने गई चार माह की गर्भवती महिला गिरी, चोट के कारण अस्पताल में तोड़ा दम,
ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए डम्फरों में सात महाराष्ट्र के है वहीं एक बैतूल जिले का है, दो अन्य डम्फर जिसे पकडऩे में ग्रामीण नाकाम रहे वह भी महाराष्ट्र के ही बताये जा रहे है। इस पूरे मामले में दोपहर डेढ़ बजे तक भी कोई कार्रवाई प्रशासन की ओर से नहीं की गई थी, जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में प्रभारी खनिज अधिकारी बीके नागवंशी से उनके मोबाईल नंबर 9424779882 पर कॉल कर जानकारी लेनी चाही, उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।