Betul News : बैतूल। बैतूल के स्वास्थ्य विभाग में नए सीएमएचओ की आमद के बावजूद व्यवस्थाओं में सुधार नहीं आया है, अलबत्ता व्यवस्थाएं बिगड़ते जा रही है। अधीनस्थ कर्मचारियों पर नकेल नहीं कसने का ही नतीजा है कि स्वास्थ्य सेवाओं से लोग दूर होते जा रहे हैं। इसकी बानगी पिछले दिनों देखने को मिली है, जब सीएमएचओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर की लगभग एक दर्जन पैथालॉजी लैब में निरीक्षण के बाहने अवैध वसूली कर ली गई। अब विभागीय अधिकारी सीधे तौर पर पल्ला झाड़ रहे हैं, लेकिन विभाग में यह वसूली चर्र्चा का केंद्र बनी हुई है।
जानकार सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग में तबादलों से लेकर अन्य व्यवस्थओं के नाम बख्शीश का चलन लंबे समय से चला आ रहा है। भले ही बोलचाल की भाषा में इस रिश्वत न कहे, लेकिन बख्शीश के तथाकथित चलन ने विभाग को भ्रष्टाचार की ओर धकेल दिया है। पूर्व सीएमएचओ के कार्यकाल में भी कई मामले सामने आने के बाद पर्दा डाल दिया गया। एक सीएमएचओ को मंच से सीएम ने निलंबित करने का फरमान जारी किया तो सागर से बाल्य एवं शिशु रोग विशेषज्ञ और पूर्व में कुछ जिलों में विवादों में रहे डॉक्टर सुरेश बौद्ध को पसंद से यहां पर पदस्थ करवा लिया गया। इसके बावजूद बैतूल की स्वास्थ्य विभाग की सेवाएं सुधरने की जगह बेपटरी होते जा रही है। इसका उदाहरण पिछले दिनों कुछ मामलों में देखने को मिला है।
लैब संचालकों से वसूली!
जानकार सूत्रोंं ने बताया कि बैतूल शहर में संचालित अधिकांश पैथालॉजी लैब पूरी तरह से अवैध है। वर्षों से यह कारोबार संचालित होते आ रहा है। सूत्रों के अनुसार पैथालाजी लैब के लाइसेंस के रिनीवल के लिए निर्धारित 40 हजार रुपए की राशि स्वास्थ्य विभाग के दल द्वारा ली गई। हालांकि यह राशि शासकीय खजाने में जाएंगी, लेकिन एक दर्जन लैब संचालकों से 10-10 हजार रुपए अतिरिक्त वसूल किए जाने की जमकर चर्चा है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ लैब संचालकों ने बताया कि उनसे यह राशि ली गई है। मजबूरी में रोजीरोटी के लिए उक्त दस हजार रुपए अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग को देना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग का मामले से इंकार
हद तो यह हो गई कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में सारी जानकारी रहने के बावजूद पूरे मामले में पल्ला झाड़कर अपने आप को खुद ही क्लीन चिट दिए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के दल द्वारा पैथालॉजी लैब जाकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद सभी को नोटिस थमाए जाने की भी जानकारी सामने आ रही है। आनन-फानन में सभी लैब संचालकों ने एकजुटता दिखाते हुए 10-10 हजार रुपए अतिरिक्त भी स्वास्थ्य विभाग की टीम को उपलब्ध कराए हैं।
इनका कहना…
मुझे पैथालॉजी लैब संचालकों से अतिरिक्त 10-10 हजार रुपए लिए जाने के संबंध में जानकारी नहीं है। इस संबंध में निरीक्षण करने गए कर्मचारियों से पूछताछ करने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।
डॉ. सुरेश बौद्ध, सीएमएचओ बैतूल