Betul News : (बैतूल)। अभी कुछ दिनों तक मंडी में गेहूं अधिक दाम में बिक रहा था, जिसके कारण समर्थन मूल्य में उपज बेचने के लिए किसानों ने पंजीयन नहीं किया। अब मंडी में गेहंू के दाम धड़ाम हो गए हैं। इधर पंजीयन की तिथि भी निकल गई, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में आधे ही किसानों ने उपज बेचने के लिए पंजीयन किया है। लगभग एक सप्ताह पहले कृषि उपज मंडी में गेहूं के दाम 24 सौ से 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल थे। मंडी में दाम अधिक और समर्थन मूल्य में दाम कम होने के कारण कई किसानों ने उपज बेचने के लिए पंजीयन नहीं किया। एक ही सप्ताह में स्थिति उलट हो गई है। मंडी में अधिक दाम में बिक रहे गेहूं के दामों में एकाएक गिरावट आ गई है।
मंडी में भी अब गेहूं 21 सौ रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। ताजा स्थिति में समर्थन मूल्य में गेहूं के दाम अधिक है। जिले के किसान यही भरोसे में रहे कि इस वर्ष मंडी में गेहूं अच्छे दाम मिल रहे हैं और समर्थन मूल्य में गेहूं के दाम कम है। इसलिए मंडी में ही गेहूं की फसल बेचेंगे, लेकिन किसानों की इस उम्मीद पर पानी फिर गया है।
महज 20 हजार किसानों ने किया पंजीयन
समर्थन मूल्य में गेहूं की उपज बेचने के लिए पिछले साल की तुलना में आधे ही किसानों ने पंजीयन किया है। जिला आपूर्ति कार्यालय के सहायक आपूर्ति अधिकारी केके टेकाम ने बताया कि गत वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं की उपज बेचने के लिए 40 हजार किसानों ने पंजीयन किया था। इस वर्ष लगभग 20 हजार किसानों ने पंजीयन किया है। पंजीयन करने की अंतिम तिथि 5 मार्च थी। किसान तिथि बढऩे की राह देख रहे थे, लेकिन दोबारा तिथि नहीं बढ़ पाई है। हालात यह है कि कई किसान पंजीयन करने से वंचित रह गए हैं। अब किसान अफसोस जता रहे हैं कि वे उपज बेचने के लिए पंजीयन कर लेते तो फायदें में रहते। मंडी में मिल रहे अधिक दाम के भरोसे रहना किसानों के लिए घाटे का सौदा बन गया है।
इनका कहना….
समर्थन मूल्य पर गेहूं की उपज बेचने के लिए लगभग बीस हजार किसानों ने पंजीयन किया है। अंतिम तिथि चली गई है, अब पंजीयन नहीं होगा। सरकार की तरफ से तिथि तय होने पर खरीदी कार्य प्रारंभ करेंगे।
केके टेकाम, सहायक आपूर्ति अधिकारी, बैतूल।