Betul News: (बैतूल)। अपने राजनैतिक रसूखों के चलते लंबे समय से बैतूल जिले में पदस्थ और वर्तमान में जनपद पंचायत आमला के सीईओ दानिश खान ने एक और ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिससे सभी दांतों तलों ऊंगली दबाने का मजबूर हो गए। दरअसल आमला जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली करीब 32 पंचायतों के लिए सीमेंट, रेत, गिट्टी, लोहा, ब्लॉस्टिंग, सुरंग, बोर खनन, परिवहन हेतु ट्रेक्टर आदि के लिए निविदाएं आमंत्रित कर ली गई। इसका विज्ञापन बैतूल जिले के अखबारों के बजाय हरदा जिले के एक अखबार को दे दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि बैतूल के सप्लायरों को धोखे में रखकर जिस तरह एकसाथ विज्ञापन जारी किए गए है, इससे स्थानीय सप्लायरों में रोष व्याप्त है।
मामला जनप्रतिनिधियों और शीर्ष अधिकारियों की जानकारी आने के बाद जनपद सीईओ बैकफूट पर आ गए है और उन्होंने आनन-फानन में सभी पंचायतों को पत्राचार करने की बात कही है। इसके अलावा सांझवीर टाईम्स से चर्चा में उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मां कसम उन्होंने किसी भी पंचायत को हरदा के अखबार में विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए नहीं कहा।
सूत्र बताते है कि जनपद पंचायत आमला के अंतर्गत इस वर्ष सीमेंट, रेत, गिट्टी, लोहा, ब्लॉस्टिंग, सुरंग, बोर खनन, परिवहन हेतु ट्रेक्टर आदि सामग्री के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई है। बैतूल जिले में सैकड़ों की तादाद में इसके सप्लायर्स मौजूद रहने के बावजूद जनपद पंचायत की 32 ग्राम पंचायतों में सेंटरिंग, ईंट फाड़ी, स्टेशनरी, नलजल योजना, विद्युत सामग्री, दरवाजे, खिडक़ी और वेंटीलेशन आदि के लिए 32 पंचायतों ने निविदा आमंत्रित की है। इस निविदा के विज्ञापन में भी स्थानीय अखबारों को नजरअंदाज कर सीधे प्रदेश के एक सर्वाधिक प्रसारित अखबार के हरदा एडीशन में प्रकाशित करवा लिए गए।
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32 पंचायतों में ठानी/आवरिया/ हसलपुर/ससाबड़/ अंधारिया/ बोथिया/नांदपुर/ रमली/ परसोड़ा/ रंभाखेड़ी/ कनौजिया/ तोरणवाड़ा/ परसोड़ी / रतेड़ाकला / लादी/ खापाखतेड़ा/ देवगढ़/ लालावाड़ी / तिरमहू/ छावल/ रानीडोंगरी/ देवपिपरिया / जमदेहीखुर्द/ बारंगवाड़ी/ कोठिया/ नरेरा / जंबाड़ी बुजुर्ग/ जंबाड़ीखुर्द/ कुटखेड़ी / हरदौली / कोंडरखापा / उमरिया/ बाबरबोह /बिछवा/ राजेगांव/ बारछी/ सोमलापुर/ सोनगांव/ मालेगांव/ छिपन्या पिपरिया/ लिखड़ी/ दीपमण्डई/ कमलेश्वरा/ खांडेपिपरिया/ जामून बिछवा/ बामला/ तरोड़ाकला/ डंगारिया/ खेड़लीबाजार/ ब्राम्हणवाड़ा/ कुजबा/ डेहरी/ ईटावा/ हारण्या/ बोरदेही/ घाटावाड़ीकला/ मोरखा/ तरोड़ाबुजुर्ग/डुडरिया/ बिसखान/ गुबरैल और लीलाझर/ काठी पंचायत शामिल है।
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हडक़ंप मचा तो जनपद का इंकार
इस मामले में सांझवीर टाईम्स द्वारा पिछले दो दिनों से स्थानीय फर्मो को नजर अंदाज कर हरदा के अखबार में निविदाएं आमंत्रित करवाने की पड़ताल की गई। कल घोड़ाडोंगरी ब्लॉक में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के विवाद के कारण अधिकारी व्यस्त थे, जब शाम को स्थिति स्पष्ट की गई तो कुछ सचिवों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि उन पर साहब का आदेश था कि विज्ञापन बैतूल के बजाय अन्य जगह प्रकाशित कराया जाए, इसलिए उन्होंने साहब के निर्देशों का पालन किया। जब मामले में विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे और जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्रा को मामले की भनक लगी तो उन्होंने कार्यक्रम से निपटने के बाद जनपद आमला के सीईओ की क्लास ले डाली। आनन-फानन में सीईओ ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है।
स्थानीय सप्लायरों और मीडिया में नाराजगी
आमला की 32 पंचायतों के विज्ञापन हरदा के अखबार में प्रकाशित होने पर सप्लायर और मीडियाकर्मियों में आक्रोश व्याप्त है। सूत्रों की माने तो आमला ब्लॉक के अनेक सीमेंट, रेत, गिट्टी, लोहा, ब्लॉस्टिंग, सुरंग, बोर खनन, परिवहन हेतु ट्रेक्टर आदि के सप्लायरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए उनके मुंह का निवाला छीनने का आरोप लगाया है। सप्लायरों का कहना है कि बैतूल में भी सैकड़ों समाचार पत्र है, लेकिन पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष भी जनपद पंचायत ने स्थानीय विक्रेताओं की अनदेखी कर हरदा में विज्ञापन प्रकाशित करवा लिया गया। सभी इस मामले की शिकायत कर रहे है। दूसरी और मीडिया में भी जनपद के निर्देश पर विज्ञापन जारी करवाने पर आक्रोश पनप रहा है।
जब जनपद ने नहीं कहा तो राशि कहां से देंगे?
पूरे मामले में जनपद पंचायत के सीईओ द्वारा किसी भी सरपंच या सचिव पर बैतूल जिले के बजाय हरदा में विज्ञापन देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया। तेज तर्रार जिला पंचायत सीईओ ने भी स्थिति स्पष्ट की है कि जनपद सीईओ द्वारा उन्हें विज्ञापन देने के संंबंध में इंकार किया। ऐसे में निविदा आमंत्रित करने पर लगभग दो लाख रूपये का भुगतान पंचायतों से संबंधित अखबार को कौन देगा? यदि भुगतान की राशि दी जाती है तो जनपद पंचायत की बात गलत साबित हो जाएगी। ऐसे में पूरा भुगतान में अडग़ा अड़ गया है।
इनका कहना…
मुझे आपके माध्यम से जब बैतूल के बजाय हरदा में विज्ञापन प्रकाशित होने की सूचना मिली थी। मैंने जिला पंचायत और जनपद सीईओ से चर्चा कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। यह बिल्कुल गलत तरीका है।
डॉ योगेश पंडाग्रे, विधायक, आमला
इस बारे में मुझे सूचना मिलने पर जनपद सीईओ से चर्चा की है। उन्होंने किसी तरह का दबाव पंचायतों पर बनाने से इंकार किया है। फिर भी हम मामला दिखवा रहे है।
अभिलाष मिश्रा, सीईओ, जिपं, बैतूल
मैंने किसी भी पंचायत को विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए नहीं कहा है। यह बात मैं मां कसम खाकर कह रहा हूं। इस संबंध में पत्राचार कर संबंधितों से चर्चा भी की जा रही है। आप मेरी बात पर यकीन करिए, मैंने किसी पर विज्ञापन के लिए दबाव नहीं बनाया है।
दानिश खान, सीईओ, जनपद पंचायत, आमला