Betul News: (बैतूल)। जिला योजना समिति के सदस्यों के लिए पूर्व में दो बार चुनाव स्थगित होने के बाद बुधवार को एक बार फिर कशमकश दिखाई दे रही है। हालांकि कांग्रेस ने इस चुनाव में जबरदस्त एकजुटता दिखाते हुए नगरपालिका और जिला पंचायत सदस्यों को जिला योजना समिति में शामिल कराने के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। इसके बावजूद वह भाजपा के आगे टिकते नजर नहीं आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों से कुल 13 जिला योजना समिति सदस्य चुने जाने हैं। कांग्रेस के पास केवल 4 ही जिला पंचायत सदस्य मौजूद है। एक जयस उम्मीदवार ने भी कांग्रेस को समर्थन दिया है। यानि आठ सदस्य चुनाव के पूर्व ही भाजपा समर्थित चुने जाना तय हो गया है। पार्षदों की संख्या के हिसाब से भी देखा जाए तो निकायों में भाजपा का पड़ला अधिक भारी है। इसी वजह भाजपा के पार्षद आनंद प्रजापति, वर्षा गढ़ेकर और सूर्यकांत सोनी जिला योजना समिति के सदस्य चुने जा सकते हैं।
दोपहर 2.30 बजे से कलेक्टोरेट में कुल 16 सदस्यों के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई है। इनमें से 3 पार्षदों को और शेष 13 जिला पंचायत सदस्यों को जिला योजना समिति में सदस्य बनने का मौका मिलेगा। पूर्व में दो मर्तबा विभिन्न कारणों से जिला योजना समिति के सदस्यों के लिए होने वाले चुनाव स्थगित हो गए हैं। एक मर्तबा कलेक्टर के अवकाश पर चले जाने के कारण और दूसरी बार कांग्रेस जिला पंचायत सदस्यों के सम्मेलन में जाने की वजह से चुनाव टल गए थे। कलेक्टर ने जिला योजना समिति के 16 सदस्यों के निर्वाचण के लिए 15 मार्च की अधिसूचना जारी की थी। इसके अलावा भाजपा, कांगे्रस और जयस ने अपने-अपने उम्मीदवार इस महत्वपूर्ण समिति के लिए उतारना शुरू किए। कहा जा रहा है कि भाजपा ने पहले से ही अपने 13 जिला पंचायत सदस्यों को जिला योजना समिति में सदस्य बनने के लिए नाम तय कर दिए थे। कांग्रेस ने चुनाव के एक दिन पहले उम्मीदवार तय किए हैं। दोनों ही जिला अध्यक्षों ने संयुक्त रूप से पार्टी के उम्मीदवार तय कर भाजपा को वाक ओवर देने से जैसी स्थिति निर्मित नहीं होने दी।
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शाम तक आएंगे परिणाम, भाजपा का पड़ला भारी
सूत्र बताते हैं कि 2.30 बजे से निर्वाचन की प्रक्रिया कलेक्टोरेट सभा कक्ष में एसडीएम और निर्वाचन अधिकारी केसी परते द्वारा शुरू कराई गई है। चुनाव परिणाम आने में शाम पांच बज जाएगा, लेकिन सूत्रों ने दावा किया है कि कुल 16 सदस्यों में सभी भाजपा के उम्मीदवारों की जीत तय मानी जा रही है। इसके पीछे कारण बताए जा रहे हैं कि नगरपालिका में बैतूल, भैंसदेही, शाहपुर, सारणी, बैतूलबाजार, चिचोली, आठनेर में भाजपा पार्षदों की संख्या कांग्रेस से अधिक है। इसी तरह घोड़ाडोंगरी में कांग्रेस के कुछ पार्षद अधिक है। आमला और मुलताई में बराबरी का मुकाबला है। इस लिहाज से भाजपा द्वारा नगर पालिका से उम्मीदवार बनाए गए आनंद प्रजापति बैतूल, वर्षा गढ़ेकर मुलताई औ नगर परिषद से सूर्यकांत सोनी शाहपुर की जीत तय मानी जा रही है।
यदि जिला पंचायत सदस्यों की बात करें तो 23 जिला पंचायत सदस्यों में 17 भाजपा समर्थित ने जीत हासिल की थी, इसलिए पूरे समीकरण यहां पर भी भाजपा के पक्ष में ही जाते दिखाई दे रहे हैं। यही वजह है कि कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य और उम्मीदवार हितेश निरापुरे, रामचरण इरपाचे, राजेंद्र कवड़े, सरस्वती नागले और जयस के संदीप धुर्वे की अपेक्षा भाजपा के 13 जिला पंचायत सदस्य जगन उइके , शैलेंद्र कुंभारे, बिलकिश बारस्कर, मंगल सिंह धुर्वे, सावित्री उइके, राजा पवार, कंचन कास्लेकर, देवकी यादव्, अनिता मर्सकोले, उर्मिला गव्हाड़े, रेखा पांसे, दुर्गाचरण सिंह किलेदार और अर्चना कृष्णा का चुना जाना तय माना जा रहा है।
जियोस में विधायकों के अलावा कांग्रेस से कोई नहीं
जिला योजना समिति को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में केवल मनोनीत और चुने गए सदस्य ही बैठक में शामिल होते आए हैं। कांग्रेस में चार विधायकों के अलावा अन्य सदस्यों में किसी दूसरे के चुने जाने की संभावना कम दिखाई दे रही है। राज्य शासन की ओर से पूर्व में ही अशासकीय सदस्यों के रूप में पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल और जिला भाजपा अध्यक्ष आदित्य शुक्ला का मनोनयन हो चुका है। बुधवार को चुनावों के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि भाजपा के कुल 16 सदस्य भी जियोस के सदस्य निर्वाचित हो जाएंगे। इस तरह कांग्रेस का दाव यहां पर भी फेल हो जाएगा।