महिला शिक्षकों के खिलाफ फूटा गुस्सा, स्कूली बच्चों ने घेरा पुलिस थाना
Betul News: (बैतूल/ भैंसदेही/ आठनेर/ सारनी)। माध्यमिक शाला लोनिया की महिला शिक्षकों के दुर्व्यवहार से स्कूली बच्चों और ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है। स्कूली बच्चों से दुर्व्यवहार और ग्रामीणों पर कार्रवाई से विवाद और बढ़ गया। ग्रामीणों की खामोशी के बावजूद जब पानी सिर के ऊपर से जाने लगा तो स्कूली बच्चों को न्याय के लिए आगे आना पड़ा। सोमवार को माध्यमिक शाला के 2 दर्जन से अधिक बच्चों के साथ सरपंच, उपसरपंच और दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पुलिस थाने पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। अभिभावकों का साफ कहना है कि हम बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए स्कूल भेजते हैं लेकिन स्कूल में महिला शिक्षकों के दुर्व्यवहार से बच्चों के भविष्य खतरे में पड़ता जा रहा है।
अभिभावकों ने कहा हमारे बच्चों पर महिला शिक्षकों द्वारा मोबाइल चोरी का आरोप लगाया जाता है। बच्चों को कभी माता-पिता की तो कभी विद्या माता की कसमें खिलाई जाती है। इतना ही नहीं बच्चों को फेल करने तक की धमकी दी जा रही है। महिला शिक्षकों के इस रवैये और दुर्व्यवहार से स्कूली बच्चों में भय का माहौल है। अभिभावकों का कहना है। माध्यमिक शाला में 3 महिला शिक्षक पदस्थ है। तीनों में आपसी समन्वय नहीं बन रहा। जिसकी सजा दुर्व्यवहार के रूप में बच्चों को मिल रही हैं। सोमवार दोपहर को पुलिस थाना सारणी पहुंचे अभिभावक और बच्चों ने टीआई रत्नाकर हिंग्वे, भाजपा जिला महामंत्री कमलेश सिंह भाजपा नेता रंजीत सिंह को स्कूल में पदस्थ महिला शिक्षकों के दुर्व्यवहार की पूरी दास्तां सुनाई।
ग्रामीणों ने बताया कुछ दिन पहले शिक्षिका नीता मिश्रा द्वारा मोबाइल चोरी होने पर पुलिस में शिकायत कराई और स्कूली बच्चों के बैग की तलाशी कराई गई। गांव के सरपंच, उप सरपंच समेत ग्रामीण इस मामले में स्कूल पहुंचे और समझाइश देकर लौटे तो सरपंच उप सरपंच समेत गांव के 17 लोगों पर शिक्षिका द्वारा एफ आईआरदर्ज करा दी गई। इससे ग्रामीणों में महिला शिक्षकों के प्रति खासा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है। शाला प्रभारी मीना यादव और शिक्षिका नीता मिश्रा के बीच अक्सर विवाद होते रहता है जिससे बच्चों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों और स्कूली बच्चों ने महिला शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग की है। साथ ही इस मामले में उचित कार्रवाई की भी मांग की है।
पानी की समस्या को लेकर महिलाओं ने सीईओ-पंचायत का किया घेराव
भैंसदेही जनपद क्षेत्र की पंचायत धामनगांव में सोमवार को ग्रामीण महिलाओं द्वारा पानी के खाली बर्तन लेकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीण भारत साहू ने बताया कि विगत कई महीनों से नल-जल योजना बंद है। पंचायत द्वारा लगातार ग्रामीणों की स्थानीय पेयजल समस्या हल नहीं की जा रही है, समस्याएं इतनी विकराल रूप ले रही थी कि लगभग 1 महीने से ग्रामीणों को नल-जल योजना के माध्यम से पानी नहीं मिल पा रहा था। इससे नाराज सभी महिलाओं ने सोमवापर को ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचकर पंचायत कार्यालय का घेराव किया। घेराव की सूचना के बाद जनपद सीईओ मौका स्थल पहुंचे और ग्रामीण महिलाओं को समझाईश देने के बाद भी महिलाएं नहीं मानी।
ग्रामीणों के मुताबिक 2 दिन के अंदर समस्या का हल करने के बाद वरिष्ठ अधिकाररियों ने कही हैं। इस पूरे मामले में ग्रामीणों ने सरपंच एवं सचिव को दोषी बताते हुए कहा कि पंचायत के द्वारा लगातार स्थानीय स्तर पर पेयजल समस्या का हल नहीं निकाला जा रहा है। विकराल रूप लेती पेयजल समस्या के प्रति पंचायत प्रतिनिधि गंभीर नहीं है। जनपद सीईओ के द्वारा ग्रामीण महिलाओं से शीघ्र समस्या का हल करने को लेकर आश्वस्त किया है, इधर महिलाओं के द्वारा कहा गया है कि विगत 2 महीने से इसकी सूचना सरपंच,सचिव को दी गई थी, लेकिन उनके द्वारा कोई ठोस उपाय नहीं किया गया। आने वाले समय में समस्या का हल नहीं किए जाने पर आंदोलन की तैयारी भी करने की चेतावनी जनपद सीईओ को दी है।