आवेदक ने पुलिस अधीक्षक से की शिकायत, चोपना क्षेत्र का मामला
Betul News: (बैतूल)। सदियों से चली आ रही यह कहावत कि अधिकांश झगड़े जर, जोरू या जमीन के लिए ही होते हैं, आज भी प्रासंगिक बनी हुई है। इसका प्रमाण इससे भी मिलता है कि न्यायालय में आज भी सबसे अधिक मामलें राजस्व विवादों को लेकर ही विचाराधीन हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी सबसे अधिक शिकायत जमीनी मामले को लेकर आ रही है। जमीनी विवाद पुलिस के लिए भी बड़ी मुसीबत बन रहा है।
शनिवार को चोपना क्षेत्र के बुजुर्ग ने एसपी कार्यालय में एक शिकायती आवेदन सौंपकर डब्ल्यूसीएल के रिटायर्ड कर्मचारी के खिलाफ उनकी जमीन पर अनाधिकृत कब्जा करने का आरोप लगाया। शिकायतकर्ता रेवती मंडल पिता धीरेन्द्र मंडल ने बताया कि ग्राम पाटी पटवारी हल्का नंबर 8 के अंतर्गत उनकी भूमि खसरा नंबर 113 कुल रकबा 0.4750 हेक्टेयर जो कि राजस्व अभिलेख में भी दर्ज है। पिछले कुछ दिनों से गांव के ही डब्ल्यूसीएल से रिटायर्ड कर्मचारी परितोष राय पिता मनमत राय उनकी जमीन पर अनाधिकृत रूप से कब्जा करना चाह रहा है। उन्होंने जमीन का सीमांकन भी करवा लिया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने खेत में राई की फसल बोई थी। उक्त फसल पक चुकी है।
वे फसल काटने के लिए खेत पहुंचे तो परितोष राय एवं उसके परिवार के सदस्य प्राय राय, हीरू राय, शर्मिला, मृत्युंजय राय, रंजीत राय ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी, कहा कि दोबारा खेत में घुसना मत नहीं तो जिंदा गाड़ दिए जाओगे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मृत्युंजय राय एवं रंजीत राय ने उन्हें यह भी धमकी दी कि यदि इस मामले को लेकर कहीं शिकायत भी की तो कुल्हाड़ी से टुकडे टुकडे कर देंगे। शिकायतकर्ता के अनुसार उन्हें उनके ही खेत से निकाल दिया गया, फसल नही काटने दी गई। उन्होंने जबरन कब्जा करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
अनावेदक ने 20 एकड़ भूमि पर किया कब्जा
शिकायतकर्ता ने बताया कि अनावेदक परितोष राय पिता मनमत राय को पांच एकड भूमि पुनर्वास के अंतर्गत शासन द्वारा प्रदान की गई थी। जो कि उसके पास आज भी है। जबकि परितोष राय रिटायर्ड डब्ल्यूसीएल कर्मचारी है। फिर भी शासकीय भूमि लगभग 20 एकड़ के आसपास जमीन पर परितोष राय ने कब्जा कर रखा है। अब निजी पट्टे की भूमि पर कब्जा कर रहा है।