Betul News: (आठनेर)। साहित्य समाज का दर्पण है साहित्य के अध्ययन से समाज को नई दिशा और दशा मिलती है। संस्कारवान समाज के निर्माण में साहित्य का विशेष महत्व है। इसी उद्देश्य को लेकर बुधवार को मांडवी ग्राम में स्व.शेषुराम झाड़े के श्रद्धांजली कार्यक्रम में आए मेहमानों को गायत्री परिवार के साहित्य के रूप में 11 किताबें व अनेक प्रजाति के पौधे उनके बेटे मनोज व महेश झाड़े के द्वारा वितरित किए गए। श्रद्धांजली सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अलकेश आर्य व किराड़ महासभा नवयुवक मंडल के जिला अध्यक्ष मदनलाल डढोरे ने कहा कि स्व.झाड़े का जीवन गरीबों और असहायों की मदद करने में बीता। सच्चे समाजसेवक के रूप में हमेशा याद रखे जाएगे। उनके आदर्शो पर हम सबको चलना होगा।
महासभा के जिला अध्यक्ष दयाल पटेल हारोड़े व समाजसेवी राम पटैय्या ने कहा कि मृत शरीर पर कपड़े चढ़ाना सामाजिक कुरीति है इस कुप्रथा को मिटना होगा। इसके लिए सभी को आगे आकर प्रयास करना होगा। कार्यक्रम में पूरे जिले से गायत्री परिवार के परिजनों ने उपस्थित होकर श्रद्धांजली दी। इस अवसर पर गेंदलाल बनखेड़े, दिनेश झाड़े, शिवदास बनखेड़े, डीएस पटेल, संजय झाड़े, रामकिशोर बनखेड़े, मगन पटेल, मनोहर लिल्लोरे, सेवाराम नरवरे, गोवर्धन झाड़े, गुलाबचंद सोलंकी, मदनलाल डढोरे, पप्पू लिल्लोरे, सूरज राठौर, गुलाबचंद मायवाड़, गणपति गायकवाड, मंशु चौरे, लक्ष्मण लिल्लोरे, धनराज धाकड़, मधु खाकरे, रोशन पटैय्या सहित आस-पास के गांव से अनेकों सामाजिक बंधुओं ने पहुंचकर श्रद्धांजली दी।