Betul Mandi News: (बैतूल)। कृषि उपज मंडी में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है। मंडी शेड में व्यापारियों का कब्जा है, जिसके कारण किसानों को शेड के अंदर उपज डालने के लिए जगह नहीं मिलती। शेड के भीतर जगह नहीं मिलने से कई किसानों से शेड के बाहर उपज डाल दी। दोपहर में बूूंदाबांदी होने लगी तो मंडी में अफरा तफरी का माहौल हो गया। किसान बारिश से उपज को बचाने में लगे। जिन किसानों के पास में पॉलीथिन थी, उन्होंने उपज को पॉलीथिन से ढक दिया। सुबह से मौसम खराब है इसके बावजूद भी शेड के बाहर किसानों को उपज डालने लगा दी।
कृषि उपज मंडी में बने शेड पर व्यापारियों का कब्जा है। व्यापारियों ने शेड के भीतर अनाज के बोरे रखे है। समय पर परिवहन नहीं होने के कारण किसानों से शेड के भीतर अनाज डालने के लिए जगह नहीं मिल पा रहा है। किसान मजबूरीवश शेड के बाहर उपज डालने को मजबूर है। गुरूवार को भी मंडी में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। व्यापारियों के बोरे शेड के भीतर थे और किसान की उपज शेड के बाहर थी। जब दोपहर में बूंदाबांदी होने लगी तो किसानों की चिंता बढ़ गई।
कुछ किसानों के पास पॉलीथिन की व्यवस्था थी, उन किसानों ने उपज को पॉलीथिन से ढक दिया, लेकिन जिन किसानों के पास पॉलीथिन नहीं थी वे किसान चिंतित नजर आए। गनीमत यह रही कि सिर्फ बूंदाबांदी हुई, तेज बारिश नहीं हुई। अन्यथा किसानों की फसलें बारिश से भीग जाती और नुकसान उठाना पड़ता।
व्यापारियों पर मेहरबानी मंडी प्रशासन (Betul Mandi News)
मंडी की अव्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है। व्यापारी मंडी शेड से समय पर अनाज के बोरे का उठाव नहीं करते। जिसके कारण किसानों को शेड के भीतर जगह नहीं मिलती। शेड पर व्यापारियों का कब्जा होने के बावजूद मंडी प्रबंधन व्यापारियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे है। नतीजा यह है कि व्यापारी मनमानी दिखाते है, खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। कई बार एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मंडी की व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया, लेकिन कोई सुधार नहीं हो पाया है। बारिश होने की स्थिति में भी किसानों को शेड के भीतर उपज डालने के लिए जगह नहीं मिलती।