
Betul Deputy Collector: (बैतूल)। जिले की एकमात्र अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित आमला विधानसभा सीट पर जिले की पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का लडऩा तय सा हो गया है। वैसे सुश्री बांगरे बैतूल पदस्थापना के दौरान ही आमला में काफी सक्रिय रही है। अंबेडकर जयंती के बहाने बांगरे ने जिस तरह अपनी सक्रियता जताते हुए बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्होंने आमला में निकली रैली में समस्त सामाजिक बंधुओं का कई अखबारों में विज्ञापन देकर आभार भी जताया, इस बात से साफ संदेश दिया है कि वे आमला से विधानसभा चुनाव लड़ेगी। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि वे किस पार्टी से उम्मीदवार होगी, लेकिन उनकी सक्रियता के बाद राजनैतिक जानकार चुनावी समर में उतरना तय मान रहे हैं। यहां वर्तमान में भाजपा के एकमात्र विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे की टिकट लगभग तय मानी जा रही है।
विधानसभा चुनाव को महज सात माह का समय शेष रह गया है। जिस तरह भाजपा और कांग्रेस के अलावा प्रदेश में आप की सक्रियता बढ़ी है, यह बात किसी से नहीं छिपी है। सपा और भीम सेना ने तीसरे मोर्चे की आहट से भाजपा-कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है। इस बीच जिले की पांच विधानसभा चुनाव सीटों पर भी भाजपा-कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर भी कई तरह के कयास लगाए जाने के साथ कई नाम सामने आ रहे हैं। आमला की एकमात्र एससी वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीट पर भी सभी की नजर लगी है। दरअसल यहां से भाजपा पिछले चार चुनावों में रिकार्ड मतों से जीती है। पिछले विधानसभा चुनाव में पांच में से सिर्फ आमला में ही भाजपा का खाता खुला है और युवा-एमबीबीएस डॉ.योगेश पंडाग्रे यहां के विधायक चुने गए थे। इसी वजह आमला सुरक्षित सीट पर सभी की नजर बनी हुई है।
निशा बांगरे ने बनाई सुर्खियां
बैतूल में डिप्टी कलेक्टर रहते हुए निशा बांगरे का आमला प्रेम किसी से नहीं छिपा है। वे अक्सर आमला में होने वाले कार्यक्रमों में लगातार सक्रिय रही। यही वजह है कि करीब तीन वर्ष तक पदस्थापना के तहत आमला-सारणी विधानसभा के कई परिवारों के बीच उन्होंने मधुर संबंध स्थापित कर लिए। सूत्र बताते हैं कि कई संगठनों से भी उनकी निकटता बनी हुई है। यह सूर्खियां पदस्थापना के बाद दूसरे जिले में तबादला होने के बावजूद कम नहीं हो रही है। जानकार सूत्र बताते हैं कि विभिन्न कार्यक्रमों एवं सामाजिक बंधुओं से मिलने के लिए वे आमला आते रहती है। इसी वजह उनकी सक्रियता के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
अंबेडकर जयंती पर फिर हुई सक्रिय (Betul Deputy Collector)
आमला से डिप्टी कलेक्टर का लगाव बेहद आत्मीय बताया जा रहा है। यही वजह है कि अंबेडकर जयंती के दिन वे अपनी पदस्थापना स्थल से सैकड़ों किमी दूर आमला आकर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना नहीं भूली। उनके साथ संगठन के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने जिस तरह अखबारों में अंबेडकर जयंती को सफल जताने के लिए आभार जताया। इसकी भी खासी चर्चा है। कुछ दिनों पहले भी आमला आकर सामाजिक बंधुओं से मुलाकात कर चुकी है, लेकिन अंबेडकर जयंती के दिन जिस तरह उन्होंने सक्रियता दिखाई और अखबारों में विज्ञापन में प्रकाशित करवाया। यह कांग्रेस और भाजपा के लिए खतरे की घंटी कहा जा सकता है।
भाजपा से टिकट नहीं तो कांगे्रस में जाना तय (Betul Deputy Collector)
अपुष्ट सूत्रों ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे चुनाव के पूर्व कभी भी वीआरएस ले सकती है। इसके बाद वे आमला सुरक्षित विधानसभा से चुनावी बिगुल फूंक सकती है। सूत्रों की माने तो डिप्टी कलेक्टर वैसे भाजपा से टिकट मांग सकती है, लेकिन यहां वर्तमान विधायक डॉ पंडाग्रे की दावेदारी पुख्ता है। ऐसे में भाजपा के इंकार किए जाने के बाद यदि वे कांग्रेस से उम्मीदवार बना दी जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। सूत्रों के अनुसार उनकी पीसीसी चीफ कमलनाथ से छिंदवाड़ा-भोपाल में भी मुलाकात हो चुकी है। उनके बारे में एक और बाद सामने आई है कि आमला में हवाई पट्टी के पास उनका खुद का आवास तैयार होने को है। ऐसे में उनका आमला सुरक्षित सीट से चुनाव लडऩा तय माना जा रहा है।