Betul Deendayal Rasoi: (बैतूल)। सरकार की मंशानुसार दीन दयाल रसोई योजना की बैतूल में बड़े ही धूम धाम से शुरुआत हुई थी। कुछ दिनों तक योजना का सफल क्रियान्वयन हुआ मगर अब यह योजना सिर्फ दिखावे और कमाई का जरिया बन गई है। इस योजना के तहत पांच रुपये में भरपेट भोजन देना था। मगर अब संस्था अपने ढंग से योजना का संचालन कर रही है। गरीबों के लिए पांच रुपये में भरपेट भोजन देने की सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। दीन दयाल रसोई योजना में न तो गरीबों को भरपेट भोजन मिल रहा और न ही भोजन की गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है।

महावीर वार्ड निवासी सफीकउद्दीन पिता जलालउद्दीन ने दीनदयाल रसोई में गुणवत्ता विहीन भोजन देने का आरोप लगाते हुए जनसुनवाई में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि वह 7 अप्रैल को दीनदयाल रसोई में खाना खाने गए थे। कर्मचारी के द्वारा खाने की थाली लाने को बोला गया, फिर काउंटर पर जाने पर 10 रू. नगद लिया, थाली में चावल, चार रोटी और आलू के साथ सोयाबीन बड़ी की सब्जी दी गई, दाल मांगने पर कहा गया कि आज का मेन्यू यही है।

चावल जो दिया गया वह पूरा गीला और कंकड़ वाला था, आलू सोया की सब्जी में पूरा पानी ही पानी था, नमक मिर्च का कोई स्वाद नही था, और छोटी-छोटी चार रोटी दी, उसमें कोई खामी नही थी। उक्त भोजन करने के बाद मेरी तबियत उस दिन रात तक गड़बड़ रही। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इस तरह गुणवत्ता विहीन भोजन गरीब जनता को दिया जा रहा है। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता में सुधार करने की मांग की है।