
Betul Congress News: (बैतूल)। जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केरल से सांसद राहुल गांधी की सदस्यता आनन-फानन में रद्द करने के मामले में भाजपा को जमकर घेरा है। श्री वागद्रे ने आरोप लगाए हैं कि प्रधानमंत्री ने अपने परम मित्र अडानी को बचाने के लिए लोकतंत्र का गला घोट दिया और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को निशाना बनाया है। राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में अडानी मामले में लगातार सरकार को घेरा है, इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई सोची समझी रणनीति के तहत की गई है।
श्री वागद्रे ने जारी बयान में कहा कि 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में राहुल गांधी ने चुनावी भाषण दिया था। 16 अप्रैल को पूर्णेश मोदी ने गुजरात के सूरत में शिकायत दर्ज कराई। इसी वर्ष 7 मई को शिकायत कर्ता ने अपनी शिकायत पर गुजरात उच्च न्यायालय से रोक लगाने की मांग की और हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। श्री वागद्रे ने सवाल खड़े करते कहा कि 7 फरवरी 2023 को राहुल गांधी ने लोकसभा में अडानी और पीएम मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया। 16 अप्रैल को शिकायकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में अपने अनुरोध को वापस ले लिया। 27 फरवरी को निचली अदालत में फिर से सुनवाई शुरू हुई और 23 मार्च को राहुल गांधी को ट्रायल कोर्ट ने दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुना दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि अगले ही दिन 24 मार्च को बिजली से भी तेज गति से लोकसभा सचिवालय ने महज 24 घंटे में उनकी सदस्यता रद्द कर दी। श्री वागद्रे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की सदस्यता सोची समझी रणनीति के तहत रद्द की गई है, क्योंकि संसद सत्र के दौरान अपने भाषण में राहुल गांधी ने अडानी की सेेल कंपनियों में बीस हजार करोड़ के लेनदेन के आरोप लगाए थे। उक्त राशि को लेकर प्रधानमंत्री और अडानी के रिश्ते पर सवाल किए गए। अडानी के घोटाले पर संसद ने राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया। श्री वागद्रे ने आरोप लगाया है कि भारत के इतिहास में पहली बार सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही है। अडानी को बचाने के लिए ध्यान भटकाने की साजिश है।
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यह भी उठाए सवाल
जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष वागद्रे ने भाजपा पर ध्यान भटकाने के तीन हास्यपद आरोपों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा का झूठ का हौवा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया कि उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किया था। श्री वागद्रे ने कहा कि जो व्यक्ति एकता फैलाने के लिए भारत जोड़ों यात्रा में चार हजार किमी पैदल चल सकता है, वह कैसे एक समुदाय को निशाना बना सकता है? उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि गुजरात में निचली अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर भाजपा ने राहुल गांधी की लोक सभा सदस्यता रद्द करने के लिए बिजली की गति जैसा काम किया है। भले ही अदालत ने उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए तीस दिन का समय दिया हो। श्री वागद्रे ने सवाल किए है कि भाजपा राहुल गांधी से आखिर इतना क्यों डर रही है। आपराधिक मानहानी के लिए दो साल की सजा किसी को नहीं मिली। भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले अत्यधिक उदारत से निपटाए जाते हैं। श्री वागद्रे ने उत्तर प्रदेश के बांदा के भाजपा सांसद आरके सिंह पटेल को नवंबर में एक ट्रेन रोकने सावर्जनिक सड़क अवरूद्ध करने और पुलिस पर पत्थराव करने के मामले में दोषी ठहराया गया, लेकिन उन्हें एक साल की ही सजा मिली है।
डरेंगे नहीं, फिर जीतेंगे
श्री वागद्रे ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोटा है। महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल को या तो राजद्रोह या जेल के मामले में अंग्रेजों ने सजा दी। अंतत: कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ जीत हासिल की। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार चोरों और घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साध रही है, लेकिन कांग्रेस लड़ेंगी और फिर जीतेंगी।