Betul Bus Stand : (बैतूल) कोरोना काल में लॉकडॉउन के बाद नगर पालिका को राजस्व में लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। नपा की बड़ी आय के कुछ विकल्प पिछले तीन वर्षों से पटरी पर नहीं लौटे है, इनमें से बस स्टेण्ड पर बसों के विराम का शुल्क भी शामिल है। प्रतिवर्ष विराम शुल्क से नगर पालिका को करीब 20 लाख रुपए की आय होती है, लेकिन कोरोना काल के बाद से यह आय ठप है। हालांकि नगर पालिका द्वारा महामारी की स्थिति सामान्य होने के बाद विराम शुल्क के लिए टेंडर भी आमंत्रित किए लेकिन किसी भी ठेकेदार ने टेंडर नहीं भरा। अब फिर से नगर पालिका विराम शुल्क वसूली के लिए टेंडर प्रकिया करने की तैयारी कर रही है।
बस स्टैण्ड से नपा को 40 लाख रुपए वार्षिक आय
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका द्वारा बस स्टैण्ड पर रुकने एवं रात्रि विश्राम करने वाली बसों से 24 घंटे में 30 रुपए विराम शुल्क लिया जाता है। पिछले तीन वर्ष से यह वसूली नगर पालिका नहीं कर पाई है। इस लिहाज से प्रतिवर्ष नगर पालिका को 20 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि करीब डेढ़ साल तक बसों के पहिए भी थमे रहे। इसके अलावा बस स्टैण्ड के आसपास नगर पालिका कॉम्लेक्स एवं अन्य दुकानों से भी नगर पालिका को 10 से 12 लाख रुपए किराया प्राप्त होता है। कोठीबाजार बस स्टैण्ड से नगर पालिका को प्रतिवर्ष बस विराम एवं दुकान किराए से करीब 40 लाख रुपए की आय होती है।
वर्ष 2021 में बुलाए थे टेंडर
नगर पालिका के जिम्मेदारों की माने तो वर्ष 2021 में नगर पालिका द्वारा बस विराम शुल्क वसूली के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे, लेकिन एक भी टेंडर नहीं भरा गया। इसके बाद नगर पालिका फिर से टेंडर आमंत्रित करने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि बस स्टैण्ड पर प्रतिदिन करीब 200 बसे रात्रि विराम लेती है। इस लिहाज से अकेले बस विराम से ही नगर पालिका को प्रतिदिन 6 हजार रुपए एवं प्रतिमाह 1 लाख 80 हजार रुपए राजस्व प्राप्त होता है। कोरोना काल के बाद से बस विराम शुल्क की वसूली नहीं हो पाई है। बहरहाल उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही टेंडर होने के बाद नगर पालिका इस वित्तीय वर्ष में नुकसान से बच सकेगी।
इनका कहना…
कोरोना काल के बाद बस स्टैण्ड पर बसों के विराम शुल्क की वसूली नहीं हो पाई है। स्थिति सामान्य होने पर एक बार टेंडर बुलाएं गए थे, लेकिन टेंडर किसी ने भरे नहीं। अब दोबारा टेंडर बुलाएं जाएंगे।
ब्रजगोपाल परते, राजस्व निरीक्षक, बैतूल