Betul ABVP Karyakarta: (बैतूल)। बैतूल-भोपाल हाइवे पर आठवां मिल के पास दो दिन पहले मारूति नर्सिंग कालेज के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में कालेज के छात्र-छात्राओं द्वारा मोर्चा खोलने के बाद चक्काजाम लगाने और यहां बैतूल के कांग्रेस विधायक के पहुंचने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद का मामला तूल पकड़ गया है। विधायक निलय डागा ने दो दिन पहले ही कोतवाली थाना प्रभारी को पत्र लिखकर चक्काजाम लगाने वाले असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई के लिए कहा है। इधर गुरुवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एसपी को ज्ञापन सौंपकर छात्र-छात्राओं को धमकाने पर उनके विरूद्ध एफआईआर करने की मांग की है। इसके बाद यह मामला खासा तूल पकड़ते दिखाई दे रहा है। ज्ञापन में विधायक पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
आठवां मिल में मारूति नर्सिंग कालेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कालेज के छात्र-छात्राओं को साथ लेकर चक्काजाम कर दिया था। काफी देर तक कार्यकर्ता और कालेज छात्र-छात्राएं मारूति नर्सिंग कालेज के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इस बीच यहां से कांग्रेस विधायक निलय डागा अपने वाहन से गुजर रहे थे। जाम लगने के बाद उन्होंने मौका स्थल पर पहुंचकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी समझाइश दरकिनार करते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता मारूति नर्सिंग कालेज प्रबंधन की लापरवाही पर नारेबाजी करने लगे। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विधायक निलय डागा और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच चक्काजाम को लेकर जमकर तू-तू, मै- मै हो रही है।
एबीवीपी के कार्यकर्ता विधायक की समझाइश पर लिखित आश्वासन देने का कह रहे, लेकिन उनका कहना था कि किसकी अनुमति से चक्काजाम किया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान वायरल वीडियो में बैतूल एसडीओपी सृष्टि भार्गव और कोतवाली टीआई अजय सोनी भी दिखाई दे रहे हैं, जो विधायक और कार्यकर्ताओं को समझाइश दे रहे हैं। हालांकि वीडियो में कांग्रेस विधायक द्वारा कार्यकर्ताओं को उठाकर फेंकने की बात भी कही जा रही है। इसी बात पर से विधायक और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद बढ़ गया।
थाना प्रभारी को विधायक का पत्र, डीजीपी से भी शिकायत (Betul ABVP Karyakarta)
एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा मारूति नर्सिंग कालेज के खिलाफ मोर्चा खोलने और कांग्रेस विधायक द्वारा चक्काजाम का विरोध करने का मामला पुलिस तक पहुंच गया है। इस मामले में विधायक श्री डागा ने कोतवाली टीआई को पत्र लिखकर मारूति नर्सिंग कालेज के छात्र-छात्राओं द्वारा संगठन के साथ चक्काजाम कर रहे कुछ असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की बात कही है। विधायक के निज सहायक प्रफुल्ल पाल ने भी बताया कि विधायक ने थाने में शिकायत की है। उधर विधायक ने डीजीपी और पुलिस अधीक्षक को भी चक्काजाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर किसकी अनुमति से चक्काजाम किया गया था।
यहां देखें वीडियो
एबीवीपी ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोला, एसपी को ज्ञापन
इधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कांग्रेस विधायक निलय डागा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कार्यकर्ताओं ने गुरुवार एसपी सिद्धार्थ चौधरी को सात बिंदुओं का ज्ञापन सौंपकर विधायक पर बदसलूकी के आरोप लगाए हैं। ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने बताया कि 17 अप्रैल को वे आठवां मिल स्थित मारूति नर्सिंग कालेज की घोर अनियमित्ता और लापरवाही के खिलाफ छात्रहित में आंदोलन कर रहे थे। इसके बाद यहां पहुंचे विधायक निलय डागा ने अपने पावर के नशे में अभद्रता करते गए। ज्ञापन में बताया कि घोर अनियमित्ता और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मारूति नर्सिंग कालेज प्रबंधन का विधायक द्वारा समर्थन कर छात्रों से बदसलूकी करना समझ से परे हैं। ज्ञापन में एबीवीपी ने आरोप लगाया कि मारूति नर्सिंग कालेज के संचालक श्री डागा के चहेते हैं। इसी कारण छात्रहित की आवाज दबाने के लिए निचले स्तर तक उतर गए। एबीवीपी ने छात्राओं से अभद्रता कर उन्हें चक्काजाम से उठने के लिए भी कहा। इससे छात्र-छात्राएं बहुत डरे हुए हैं।
पुलिस के सामने दी धमकी फिर भी नहीं हुई कार्रवाई (Betul ABVP Karyakarta)
एबीवीपी के छात्र नेता देवेंद्र समेत अन्य ने बताया कि कालेज की लापरवाही के खिलाफ छात्र-छात्राओं के साथ चक्काजाम किया जा रहा था। यहां विधायक अपने करीबी कालेज संचालक का सपोर्ट करने पहुंच गए और बैतूल पुलिस के अधिकारियों के सामने उठाकर फेंकने की धमकी देने लगे। उन्होंने बताया कि इसका वीडियो भी सामने आया है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। कालेज प्रबंधन को बचाने के लिए छात्र-छात्राओं के साथ विधायक ने पावर दिखाकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं को धमकाया है। देवेंद्र ने कहा कि भविष्य में छात्र-छात्राओं के साथ कोई घटनाकारित होती है तो इसके लिए विधायक ही जिम्मेदार होंगे।
इनका कहना…
विधायक द्वारा चक्काजाम के दौरान असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– अजय सोनी टीआई, कोतवाली
हाइवे जाम करने से लोग परेशान हो रहे थे। कई लोगों को अर्जेंट जाना था। हाइवे जाम करने और रास्ता रोकने पर मैंने पुलिस से शिकायत की, लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
निलय डागा, विधायक बैतूल।